केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को स्पष्ट किया कि देश माओवादी, उग्रवादी और आतंकवादी संगठनों जैसी ताकतों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा। राजनाथ सिंह यहां राज्य सचिवालय ‘नाबन्ना’ में 23वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा,’सुरक्षा बल किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और माओवादियों, उग्रवादियों और आतंकवादियों की हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह सुसज्जित और चौकस हैं।’ गृह मंत्री ने कहा,’ राज्यों को रोहिंज्ञा शरणार्थियों की पहचान करने तथा उनके बॉयोमेट्रिक जानकारियां एकत्र कर उन्हें केंद्र को सौंपने को कहा गया है।
देश में रह रहे रोहिंज्ञा शरणार्थियों की जानकारी एकत्र होने के बाद केंद रोहिंज्ञा शरणार्थियों के निर्वासन के लिए म्यांमार के साथ राजनयिक बातचीत शुरू करेगी।’ केंद्रीय बलों की तैनाती के बारे में चर्चा किये जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘ जब चुनाव आयोग बलों की मांग करता है तो उन्हें तैनात करना केंद्र की बाध्यता होती है। बलों की फिर से तैनाती का भी प्रावधान है।’ राजनाथ सिंह राज्य से बगैर संपर्क किये हुए केंद द्वारा बलों को वापस बुलाये जाने संबंधी राज्य सरकार के आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर इस आशय की बात कही।
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उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर अग्रिम भुगतान का प्रावधान हटा दिया गया है। राजनाथ सिंह ने बताया कि आज की बैठक में लाये गये 30 मामलों में से 26 का समाधान कर दिया गया है। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और ओडिशा के वित्त मंत्री शशिभूषण बेहरा ने भी भाग लिया।