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Mi-17 चौपर : बेहद अत्याधुनिक होने के बावजूद रहा है खतरनाक रिकॉर्ड, कई बार हो चुका है भीषण क्रैश

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत को लेकर जा रहा Mi17 हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।

भारतीय वायुसेना का Mi17 हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया है। दुर्घटना ग्रस्त हेलिकॉप्टर में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे। हादसे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।
Mi17 हेलिकॉप्टर सेना का सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टर माना जाता है, जसिएक चलतए इसे VVIP मूवमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सबसे सुरक्षित हेलिकॉप्टर होने के बावजूद Mi17 कई बार हादसों का शिकार हुआ है। इन हादसे में अकसर सेना से जुड़े लोगों की ही मौत होती है। 
Mi17 के हादसों का इतिहास
2019 : 27 फरवरी साल 2019 में जम्मू और कश्मीर के बडगाम में Mi-17 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी। 
2018 : 3 अप्रैल 2018 में भारतीय वायु सेना का एक Mi-17 हेलीकॉप्टर केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था लेकिन इसमें सवार सभी लोग बच गए थे।
2017 : 6 अक्टूबर 2017 में अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायु सेना का Mi-17v5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें सवार 7 लोगों की मौत हो गई थी। 
2013 : 25 जून 2013 में उत्तराखंड राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चलाते समय Mi-17v5  दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें सवार सभी 20 लोगों की मौत हो गई थी।
2011 : 19 अप्रैल 2011 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में उतरने से कुछ सेकंड पहले पवन हंस Mi-172 में आग लग गई, जिसके कारण सवार सभी 17 लोगों की मौत हो गई थी।
2010 : 19 नवंबर 2010 में अरुणाचल प्रदेश में तवांग के पास एक भारतीय वायु सेना का Mi-17 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें सवार सभी 12 लोगों की मौत हो गई थी। 
कितना सुरक्षित है Mi17 हेलिकॉप्टर?
Mi17 हेलिकॉप्टर Mi-8/17 परिवार का एक सैन्य परिवहन संस्करण है। भारतीय वायुसेना के पास अब तक उपलब्ध Mi सीरीज के हेलिकॉप्टर्स में ये सबसे उन्नत श्रेणी का हेलिकॉप्टर है। एडवांस होने के कारण इसका इस्तेमाल केवल VVIP मूवमेंट में होता है। इसमें डबल इंजन लगा होता है कि अगर एक इंजन खराब हो जाए तो दूसरे से लैंडिंग कराई जा सके। mi 17 Helicopter को रूसी हेलिकॉप्टरों की सहायक कंपनी कजान हेलिकॉप्टर बनाता है। ये ज्यादा ऊंचाई और एक्स्ट्रीम वेदर में काम कर सकता है। ये 36 हजार किलो तक का भार उठा सकता है। 
Mi सीरीज के कई हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करती है वायुसेना
भारतीय वायुसेना इस सीरीज के कई हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करती रही है, जिसमें Mi 26, Mi-24, Mi-17 और Mi 17 V5 शामिल हैं, हेलिकॉप्टर का मुख्य काम ट्रांसपोर्टेशन और सैनिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने या युद्ध के क्षेत्र से निकालने और बचाव कार्य आदि में किया जाता है। इसमें जरूरत पड़ने पर हल्के हथियार लगाकर हमलावर भूमिका भी दी जा सकती है। हालांकि भारतीय वायुसेना इसका आमतौर पर इस्तेमाल गैर युद्धक हेलिकॉप्टर के रूप में ही करती है।

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