निर्वाचन आयोग ने रविवार को कहा कि उसने कई जगहों पर जीत का जश्न मनाने के लिए लोगों के जमा होने को लेकर कड़ा रुख अपनाया है और संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों से कहा कि ऐसी स्थिति में प्राथमिकी दर्ज की जाए तथा थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए। कई जगहों पर जीत का जश्न मनाए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर आयोग के एक प्रवक्ता कहा कि निर्वाचन आयोग ने लोगों के जमा होने और जश्न मनाने संबंधी कुछ खबरों का संज्ञान लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने पांचों राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराएं और संबंधित थानों के प्रभारियों को निलंबित करें तथा ऐसी घटनाओं के बारे में तत्काल कार्रवाई के बारे में रिपोर्ट करें।’’ चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर भीड़ जमाकर जीत का जश्न बनाने और विजय जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों की मतगणना चल रही है। विधानसभा चुनावों का हालांकि एक भी नतीजा अभी सामने नहीं आया है लेकिन तृणमूल समर्थक गलियों में आकर एक दूसरे पर हरे रंग का गुलाल लगा रहे हैं और खुशियों से झूमते नजर आ रहे हैं। राज्य विधानसभा की 294 सीट में से 292 सीटों पर चुनाव हुए है जिनमें से तृणमूल 208 सीटों पर आगे चल रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी 80 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। शुरुआती रुझानों में दोनों दलों के बीच कांटे का मुकाबला लग रहा था लेकिन बाद में तृणमूल ने बढ़त बना ली और पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हालांकि अपने सहयोगी रहे भारतीय जनता पार्टी के शुभेंदु अधिकारी से नंदीग्राम सीट पर शुरू में पीछे चल रही हैं लेकिन अब उन्होंने करीब 2700 मतों से बढ़त बना ली है। उनकी पार्टी के उम्मीदवार अन्य सीटों पर भारी अंतर से आगे चल रहे हैं। मुख्यमंत्री निवास के लॉन में एक शामियाना भी लगा दिया गया है जहां आज बाद में बनर्जी के एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने की संभावना है।