पीएम की सुरक्षा में सेंध पर सियासत भी गर्मा गई है। गत दिनों पहले एनडीए से नाता तोड़ने वाली अकाली दल ने भी पीएम की सुरक्षा को लेकर हुई सेंध में अब काग्रेंस सराकर को घेरा है।
सुखबीर बादल ने एक के बाद एक किए कई ट्वीट
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने एक ट्वीट में कहा कि, पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। हम लंबे समय से ऐसा कह रहे हैं। मुख्यमंत्री राज्य को चलाने में अक्षम हैं।तीन विवादास्पद कृषि कानूनों पर तीखे मतभेदों के बाद सितंबर 2020 में शिअद ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ दो दशक से अधिक लंबे संबंध तोड़ लिए थे। इसके बाद सुखबीर सिंह बादल ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए जिसमें उन्होनें चन्नी सरकार को जमकर घेरा हैं
सुखबीर बादल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, कांग्रेस ने पिछले 5 वर्षो में पंजाब के हर वर्ग को धोखा दिया है। यह सरकार एक भी वादा पूरा करने में विफल रही है। अक्षम सरकार को सरकारी कर्मचारियों पर 'लाठीचार्ज' नहीं करना चाहिए। अकाली-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर कर्मचारियों की सभी मांगें प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाएंगी।
राज्य में आने से पहले साजिश का पर्दाफाश करना जरूरी-बादल
मोदी के दौरे से एक दिन पहले सुखबीर बादल के पिता और पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल ने प्रधानमंत्री से कहा था कि वह राज्य के अपने दौरे के लिए सही माहौल तैयार करें और इसके पीछे की साजिश का पदार्फाश करने के लिए पहले कुछ ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा था सिख धर्म के खिलाफ बेअदबी की चल रही घटनाओं और राज्य के सामने आने वाले अन्य प्रमुख राजनीतिक, धार्मिक और आर्थिक मुद्दों को हल करना जरूरी है।
प्रकाश सिंह बादल ने कहा था, प्रधानमंत्री के रूप में यदि आप यहां आने से पहले पंजाबियों की मांगों को पूरा करने के लिए आर्थिक, राजनीतिक, कृषि और क्षेत्रीय पैकेज की घोषणा करते हैं, तो आप बहुत सद्भावना और मेरी व्यक्तिगत कृतज्ञता अर्जित करेंगे। यहां उन्हें अंतिम समय में 42,750 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखनी थी।
20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसा रहा पीएम मोदी का काफिला
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।इस मामले पर केंद्रिय गृहमंत्रालय ने पंजाब सरकार से रिपोर्ट भी तलब की है। आपको बता दे कि पीएम मोदी का रास्ता रोकने वाले सात किसान संगठन थे। जिन्होनें पीएम मोदी का काफिला हुसैनवाला जाते समय रास्ते पर प्रर्दशन कर दिया। जिस कारण पीएम मोदी २० मिनट इंतजार करने के बाद बैरंग वापस लौटना पड़। पीएम मोदी ने वापस बंठिडा पहुंचने के बाद खासी नाराजगी जाहिर की ।