नई दिल्ली : कांग्रेस ने मुद्रा योजना एवं रोजगार सृजन से जुड़े सरकार के दावे को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार में नोटबंदी और जल्दबाजी में जीएसटी लागू करके रोजगार पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी को 'नौकरियों का विनाश करने वाले' प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया जाएगा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं जिनके राज में नौकरी का विनाश हुआ है। इतिहास नरेंद्र मोदी को नौकरियों का विनाश करने वाले प्रधानमंत्री के तौर पर याद करेगा। नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के बाद एक साल में एक करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं। यह नौकरियों का विनाश नहीं तो क्या है?'' रमेश ने कहा, ''प्रधानमंत्री बार बार कहते हैं कि उनकी सरकार में रिकॉर्ड रोजगार सृजन हुआ है जबकि 2018 में एक करोड़ नौकरियां खत्म हुईं है। इसका कारण सिर्फ यह है कि नोटबंदी की गई और फिर जीएसटी को जल्दबाजी में लागू किया गया।''
उन्होंने मुद्रा योजना के बारे में प्रधानमंत्री के बयानों का हवाला देते हुए कहा ''प्रधानमंत्री बार बार यह कहते हैं कि बेरोजगारी खत्म करने के लिए उनके हाथ में मुद्रा योजना के रूप में जादू की छड़ी है, जबकि मुद्रा योजना की सच्चाई यह है कि इस योजना के तहत लाभार्थियों में 90 प्रतिशत लोगों को 25 हजार रुपये की सहायता मिली। अगर 25 हजार रुपये में कोई् व्यक्ति रोजगार सृजन कर दे तो यह अपने आप में करिश्मा होगा।'' रमेश ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री कहते हैं कि मुद्रा की वजह से रोजगार सृजन में क्रांति आई है तो इससे बड़ा कोई झूठ नहीं है।
उन्होंने कहा, '' इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है। देश के भीतर बेरोजगारी पर सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है। इस सरकार ने रोजगार पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया। नोटबंदी एक सर्जिकल स्ट्राइक था और फिर जल्दबाजी में जीएसटी लागू करके दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया।''