भारत और कजाखस्तान ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कजाखस्तान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर उनके साथ कारोबार, ऊर्जा, सुरक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में विस्तृत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने पर चर्चा की।
संसाधन समृद्ध मध्य एशियाई देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी मजबूत बनाने के भारत के प्रयासों के तहत सुषमा कजाखस्तान, किर्गिजस्तान और उज्बेकिस्तान की यात्रा पर हैं।
सुषमा ने कजाख विदेश मंत्री कैरात अब्द्राखमानोव के साथ प्रतिनिधि स्तर की बातचीत की। दोनों नेताओं ने कारोबार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईटीसी), फार्मा और सांस्कृतिक क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की।
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कजाखस्तान मध्य एशिया में भारत का सबसे बड़ा कारोबार और निवेश सहयोगी है। सुषमा यहां कजाखस्तान के प्रधानमंत्री बकीतजहान सगीन्तायेव से मुलाकात करके दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंध, कारोबार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईटीसी), सुंयक्त फिल्म निर्माण, पर्यटन के क्षेत्र में सहयोगी को मजबूती प्रदान करने पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि अब्द्राखमानोव के साथ बैठक के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और आपसी हित के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
सुषमा ने कहा, ‘‘ हमने अपने द्विपक्षीय संबंध में हुई प्रगति की समीक्षा की। भारत का कजाखस्तान के बीच का संबंध सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध की मजबूत नींव पर बना हुआ है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ भारत और कजाखस्तान ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों में बहुआयामी सहयोग विकसित किया है और हम 2009 से ही रणनीतिक साझेदार हैं।’’
सुषमा ने कहा, ‘‘ कैरात अब्द्राखमानोव और मैंने आगे रक्षा क्षेत्र में और मजबूत संबंध बनाने की इच्छा जताई है। पिछले दो वर्षों में रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में हमारे सहयोग मजबूत हुए हैं।’’
कजाख सशस्त्र बल इकाई ने भारत में शांति अभियान प्रशिक्षण में हिस्सा लिया और मौजूदा समय में अलमाटी में भारतीय सेना की एक मोबाइल ट्रेनिंग टीम कजाख सैनिकों को प्रशिक्षण दे रही है। सुषमा ने कहा कि भारत विश्व में तेजी से बढ़ती एक व्यापक अर्थ व्यवस्था के रूप में उभरा है और अब उत्पादन एवं नवोन्मेष के क्षेत्र का यह एक ग्लोबल हब है।
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के नेतृत्व में भारत कई तरह की महत्वकांक्षी योजना ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘क्लीन इंडिया’ ‘स्टार्टअप इंडिया’ 100 स्मार्ट सिटी सहित कई अन्य योजना शुरू की। मैंने विदेश मंत्री कैरात अब्द्राखमानोव के साथ भारत के डिजिटल कार्यक्रम पर चर्चा करके उन्हें बताया कि इसमें कई ऐसी चीजें हैं जो कजाखस्तान के डिजिटल कजाखस्तान कार्यक्रम के हित में हो सकता है।’’
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सुषमा ने अब्द्राखमानोव के साथ नए उत्पाद के बजारों को तलाशने पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कृषि उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स, ऊर्जा और रसायन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं, जिन्हें पहचाने जाने की जरूरत है।
सुषमा ने कहा, ‘‘ इस क्षेत्र में संपर्क बेहतर करने को लेकर भारत इच्छुक है। दिसंबर, 2017 में भारत (ट्रांसपोर्ट्स इंटरनेशनॉक्स रॉटियर्स) सम्मेलन से जुड़ा और फरवरी, 2018 में भारत अशगाबाट समझौते में शामिल हुआ। अंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन कॉरिडोर गति पकड़ रहा है और सदस्य देश इस कॉरिडोर को लोकप्रियता दिलाने के लिए साथ में काम कर रहे हैं।’’
कल विदेश मंत्री सुषमा सुषमा ने यहां रह रहे भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की थी और समुदाय का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए कजाखस्तान के लोगों की प्रशंसा की।