कश्मीर घाटी में कुछ दिनों से टारगेट किलिंग के मामले ज्यादा सामने आ रहे है जिसके चलते केंद्र सरकार इन अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर हाई अलर्ट मोड पर आ गई हैं। कश्मीरी पंडितों की मौत को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने सुरक्षा व्यवस्था पर एक प्रश्न चिंह खड़ा किया और मोदी सरकार पर इन घटनाओं के लिए दोषी ठहराया हैं।
ओवैसी का मोदी सरकार पर कटाक्ष
एआईएमआईएम अध्यक्ष ओवैसी ने औपचारिक तौर से कहा है कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की हर दिन मौत हो जा रहा हैं। आज के दिन एक बैंक के मैनेजर को मौत के घाट उतार दिया हैं। इस घटना का आरोप ओवैसी ने मोदी पर दे मारा हैं। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार इन पंडितों की सुरक्षा करने के बजाए फिल्म को प्रोमोट करने में लगे हुए हैं। मोदी जी के लिए कश्मीरी पंडितों की जिंदगी से ज्यादा अपने वोट बैंक हैं।
कश्मीर दोबारा इतिहास दोहारा है- ओवैसी
मोदी सरकार इतिहास से सीख नहीं ले रही है जो गलती 1989 में हुई थी वहीं गलती नरेंद्र मोदी की सरकार वापस से कर रही है। 1989 में भी राजनीतिक आउटलेट बंद कर दिया गया था और घाटी (कश्मीर) के राजनेताओं को बोलने की अनुमति नहीं थी : असदुद्दीन ओवैसी@asadowaisi pic.twitter.com/0IIRK6yDrB
— Zee Salaam (@zeesalaamtweet) June 2, 2022
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार की नाकामियों की वजह से कश्मीरी पंडित फिर से पलायन को मजबूर हैं. उन्होंने पूछा कि क्या मोदी सरकार देश चलाने के लिए है या फिल्म का प्रमोशन करने के लिए। ओवैसी ने आगे कहा कि मोदी सरकार साल 1989 के हालात को दोहरा रही है, उसने उनसे कुछ भी नहीं सीखा है. उन्होंने कश्मीरी नेताओं के हाथ बांध दिए और उनके नेता दिल्ली में बैठे हुए हैं.
कश्मीरी पंडित की हो रही target killing
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि कश्मीर में हर दिन आतंकियों की घटना बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, लगभग हर रोज हो रही टारगेट किलिंग से लोग खौफ में है. और वो अपनी जान के भय के कारण कश्मीर छोड़ने को मजबूर हैं. ये लोग टारगेट किलिंग से इतने खौफ में हैं कि अपनी ही सरजमी से सामूहिक पलायन इनके लिए अकेला रास्ता बचा है।
We want Justice के नारे लगाए गए
कश्मीर में काम कर रहे सरकारी कर्मचारी जो काफी सालों से इस राज्यों में है वह इस टारगेट किलिंग से पूरी तरह से नाराज हैं। हालांकि, ये सब केंद्र सरकार के खिलाफ उतर आए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक घाटी के स्थानीए लोग वी वांट जस्टिस (We want Justice) के नारे लगाते नजर आ रहे हैं।