लखनऊ मेट्रो पहले दिन ही तकनीकि खराबी का शिकार हो गई। दुर्गापुरी और मवईया के बीच मेट्रो में खराबी आ गई। जहां से पैसेंजर्स को निकाला जा रहा है। बाकी चारों मेट्रो ऑपरेशनल हैं। तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो 20 मिनट के लिए आलमबाग में फंस गई। बुधवार को मेट्रो आम जनता के लिए सुबह 6 बजे ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के लिए चली। यह करीब एक घंटे तक आलमबाग स्टेशन पर खड़ी रही और बाद में इसे ले जाने के लिए दूसरी मेट्रो बुलानी पड़ी। इस दौरान मेट्रो में फंसे यात्रियों को सीढ़ी की मदद से उतारा गया। करीब एक घंटे तक मेट्रो में फंसे रहने के बाद ये लोग जब बाहर आए तो उनके चेहरे पर डर साफ दिख रहा था।
मंगलवार सुबह छह बजे के आसपास आम लोगों के लिए यह मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चली। इसमें LMRC के एमडी सहित बड़े अधिकारी और मीडिया के कई लोग सफर कर रहे थे। टीपी नगर से यह चारबाग स्टेशन पहुंची और इसके बाद आलमबाग पहुंची। वहीं जाकर यह मेट्रो खराब हो गई। करीब एक घंटे तक वह वहां खड़ी रही।
इसे ठीक करने के लिए इंजिनियरों को भी बुलाया गया, लेकिन वे इसे सही नहीं कर पाए। ऐसे में खराब मेट्रो को ले जाने के लिए दूसरी मेट्रो बुलानी पड़ी। इस दौरान मेट्रो का एक ट्रैक पूरी तरह बाधित रहा। मेट्रो प्रबंधन ने बताया कि तकनीकी खामी की वजह से यह खराब हो गई थी।
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न शहरों में मेट्रो परियोजना के लिए अलग-अलग निगम बनाने के बजाय एक ‘यूपी मेट्रो कारपोरेशन’ के गठन का ऐलान करते हुए मेट्रोमैन ई. श्रीधरन से उसके प्रधान सलाहकार के रूप में जुड़ने की अपेक्षा की। कार्यक्रम के बाद राजनाथ, नाईक, योगी और पुरी ने हरी झंडी दिखाकर मेट्रो के पहले सफर की शुरुआत की। सभी लोग ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक मेट्रो में गए और वापस आए।
रास्ते में जगह जगह लोग अपनी छतों के ऊपर झंडे और गुब्बारे लहराते दिखे। छतों पर खडे लोगों ने हाथ हिलाकर मेट्रो में सफर कर रहे मुसाफिरों का अभिवादन किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी के साथ लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग को देखते हुए हम ‘यूपी मेट्रो कारपोरेशन’ का गठन करेंगे जो संबंधित शहरों में मेट्रो विकसित करेगा।