छत्रपति शिवाजी की मूर्ति स्थापना को लेकर गोवा में तनाव

छत्रपति शिवाजी की मूर्ति स्थापना को लेकर गोवा में तनाव
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गोवा के मडगांव शहर के पास एक गांव में कुछ लोगों द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित करने के बाद तनाव पैदा हो गया। मूर्ति स्थापना के बाद एक अन्य समूह ने आपत्ति जताई, जिसके कारण शांति बनाए रखने के लिए वहां पुलिस बल तैनात किया गया। इस दौरान गोवा के मंत्री सुभाष फल देसाई पर भी पथराव हो गया, जब वह गांव में शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण कर लौट रहे थे।

   Highlights 

  • छत्रपति शिवाजी की मूर्ति स्थापना को लेकर गोवा में तनाव  
  • दो समूहों में हुआ विवाद 
  • मूर्ति स्थापना के लिए सभी अनुमतियां ली गई थीं 

दो समूहों में हुआ विवाद

एक अधिकारी ने कहा कि रविवार को साओ जोस डी एरियाल गांव में शिवाजी की प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसके कारण दो समूहों के बीच मौखिक विवाद हुआ। पुलिस अधीक्षक सुनीता सावंत ने कहा, "स्थिति नियंत्रण में है और गांव में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।" बता दें कि आज मराठा सम्राट की 394वीं जयंती (Shivaji Jayanti) है और इसे मनाने के लिए राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

मूर्ति स्थापना के लिए सभी अनुमतियां ली गई थीं

रविवार को गांव का दौरा करने वाले गोवा के समाज कल्याण मंत्री सुभाष फल देसाई ने कहा कि प्रतिमा निजी भूमि पर स्थापित की गई थी और स्थानीय पंचायत से सभी अनुमतियां ली गई थीं और डिप्टी कलेक्टर को सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। कुछ राजनीतिक ताकतें स्थानीय लोगों को मूर्ति की स्थापना के खिलाफ भड़का रही हैं।

भाजपा नेता ने कही ये बात

सोमवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए स्थानीय भाजपा नेता सेवियो रोड्रिग्स ने कहा, "एक भारतीय ईसाई के रूप में मेरे मन में हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए छत्रपति शिवाजी के योगदान के लिए सबसे अधिक सम्मान है। मुझे निराशा है कि गोवा में कुछ लोग अपनी सांप्रदायिक राजनीति खेलने के लिए मातृभूमि के लिए बलिदान देने वाले पर विवाद कर रहे हैं। रोड्रिग्स ने आगे कहा, शिवाजी एक कट्टर राष्ट्रवादी थे और उनकी अपार वीरता और भारत माता के प्रति समर्पण के कारण हर भारतीय को उनसे प्रेरित होना चाहिए।

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