बीजेपी के नेता राजा सिंह ने बोला है कि पश्चिम बंगाल में भी हिन्दू नहीं कुछ बोलेंगे तो जैसे कश्मीर में हिन्दुओं को भगाया गया है उसी तरह पश्चिम बंगाल से भी हिन्दुओं को भगा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश जैसा ही राज्य बना दिया जाएगा।
तेलंगाना के विधायक बीजेपी के नेता राजा सिंह ने एक बयान दे दिया है जिसके कारण देश की राजनीति में भूचाल ला सकता है। राजा सिंह ने पश्चिम बंगाल में हिंसा और दंगों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हिन्दू अगर नहीं जागेंगे तो पश्चिम बंगाल से भी कश्मीर की ही तरह हिन्दुओं को भगा देंगे। और उन्होंने यह भी अपने बयान में कहा डाला कि पश्चिम बंगाल से हिन्दुओं को भगाकर बांग्लादेश जैसा राज्य बना दिया जाएगा।
बीजेपी के नेता ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बोला है कि हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं पश्चिम बंगाल में। और साथ ही यह भी कहा है कि वहां की सरकार दंगें कराने वालों को खुला घूमने में सहायता कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि बंगाल के हिन्दुओं ने बहुत अच्छे से संघर्ष किया है।
जिस जगह भी साम्प्रदायिक दंगे हुए हैं हिन्दुओं ने अपने आपको बचाने की पूरी कोशिश की है। इन बातों के बाद उन्होंने यह तक बोल दिया की हिन्दुओं को बंगाल में सुरक्षित रहने के लिए संगठित और जागृत होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिन्दू एक साथ नहीं आए तो कश्मीर की ही तरह बाहर निकाल दिया जाएगा और बांग्लादेश जैसा राज्य बना देंगे।
राजा सिंह ने कहा यही वजह है कि वह बंगान के हिन्दू लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह जागें और संगठित हुए। इन सबके बाद राजा सिंह ने कहा कि जिस तरह 2002 में हिन्दुओं को मारा गया था वो सब कोई भी नहीं भूल सकता। अपनी वीडियो के जरिए राजा सिंह बोलते हैं कि 2002 के साम्प्रदायिक दंगों का गुजरात के लोगों ने जैसे जवाब दिया था उसी तरह आज बंगाल के हिन्दू लोगों को उसका जवाब देना है।
राजा सिंह का यह वीडियो फेसबुक पर कल ही पोस्ट किया गया है। इस वीडियो को अब तक 60 हजार लोग देख चुके हैं। राजा सिंह का यह कोई पहला विवादी बयान नहीं है इससे पहले भी वह कई बार ऐसे बयान दे चुके हैं। गोशामहल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने हैं राजा सिंह। इससे पहले वह हैदराबाद में बीफ फेस्टिवल का भी विरोध करते नजर आए थे।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना में पिछले कुछ दिनों से दो समुदाए के बीच में हिंसा चल रही है। इस मामले को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच में खीचा तानी वाली राजनीति चल रही है।