दोस्तों सबसे पहले आज हम आपसे पुछना चाहते हैं कि क्या कोई धर्म यह सिखाता है कि उनका धर्म ही बहेतर हैं बाकी के जो धर्म के लोग हैं उन्हें अपने धर्म में उनका धर्मांतरण कर लें, तो आपका जवाब होगा नहीं और यही सही है। हमारे इस देश में कई धर्मों के लोग निवास करते हैं सारे धर्मों की अपनी अपनी परंपरा है जिसका पालन कर वो एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब हमारे समाज में जब ऐसी खबरें आती हैं कि किसी खास धर्म के द्वारा किसी वयक्ति या सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण किया गया है तो यह खबरें हमें अन्दर से झंझोरकर रखती है।
धर्म परिवर्तन कराने के लिए मोबाइल गेम का सहारा लें रहे
जबरन धर्मांतरण का मुद्दा आज हम इसलिए भी उठा रहें हैं क्योंकि इस देश के अन्दर अभी तक हमने जबरने धर्मांतरण के कई मामले देखें हैं लेकिन अब भारत के अन्दर ऐसी घटना घटी जिसने सभी को हैरान कर दिया। अब धर्म के ठेकेदार बने बैठे लोग जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए मोबाइल गेम का सहारा लें रहें हैं और गेम के जरिए इन्हें इस्लाम धर्म कि शिक्षा दी जाती है और इसमें तीन चरणों की प्रक्रिया होती है.. पहले चरण में एप पर गेम जीतने के लिए कुरान की आयत पढ़ने के लिए उकसाते हैं, जो बच्चे आयत पढ़ने के बाद गेम में जीत जाता है, उसे इस्लाम के प्रति विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं। तीसरे चरण में डिस्कॉर्ड चेटिंग एप किशोरों का ग्रुप बनाकर उसमें इस्लाम से जुड़ी जाकिर नाइक की वीडियो देकर नमाज पढ़वाते हैं।
धर्मांतरण के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही
दोस्तों इस देश के अन्दर जबरन धर्मांतरण के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही हैं और यह मामले इतनी तेजी से बढ़ रहें हैं कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो कुछ सालों के अन्दर इस देश में धर्मों के आंकड़ो में आपको काफी ज्यादा परिवर्तन देखने को मिलेगा, इसके अलावा दोस्तों हम आपको यह भी बताते चलें कि किसी खास धर्म के व्यक्ति को अगर किसी वयकित को अगर कोई धर्म बेहतर लग रहा हो तो वह उस धर्म को अपना सकता है और इसके लिए हमारा संविधान मं उसे यह अधिकार देता है, लेकिन जब बात यहां जबरन धर्मांतरण की आती है तो यहां कई बड़े सवाल खड़े होते हैं।
जबरन धर्मांतरण के ज्यादातर मामले आदिवासी इलाकों में
तो चलिए हम यहां कुछ सवालों का जवाब भी देखते हैं कि आखिर किसी वयक्ति का जबरन धर्मांतरण किस तरह से किया जाता है। दोस्तों जबरन धर्मांतरण के ज्यादातर मामले हमें आदिवासी इलाकों में देखने को मिलते हैं यहां इन लोगों को लालच देकर उन्हें भ्रम में रखा जाता है और उसे जिस धर्म में उनका धर्मांतरण करवाना हैं उस धर्म से जुड़े रिति रिवाज उन्हें धोखे में रखकर करवाए जाते हैं या फिर किसी खास धर्म कि विशेषता बताकर उसे धोखे में रखकर ऐसा किया जाता है इसके अलावा दोस्तों यहां गरिबि को भी एक हथितार के तौर पर इस्तेमाल कर के यह सब करवाया जाता है। आपने अपने आस पास भी कई ऐसे लोगों को देखा होगा कि इनका नाम पुराने नाम से नए धर्म के नाम में परिवर्तित हो गया है… इसके अलावा जबरन धर्मांतरण कराने के लिए बैठे लोग कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं।
धर्मांतरण को लेकर कोई कानून नहीं
तो सवाल यह उठता है कि इस देश में जबरन धर्मांतरण पर सरकार क्या कर रही है क्या कोई कानून नहीं है जिससे इसे रोका जाए.. तो दोस्तों यहां मै आपको बता दूं कि इस देश के अन्दर जबरन धर्मांतरण को लेकर कोई कानून तो नहीं हैं लेकिन देश के कई ऐसे राज्य हैं जिन्होनें इसे रोकने के लिए अपने स्तर पर कानून बनाए हैं जिनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक और हरियाणा शामिल है। वहीं दोस्तों जबरन धर्मांतरण पर सुप्रिम कोर्ट ने एक सख्त टिप्पणी भी कि है। अगर जबरन धर्मांतरण को नहीं रोका गया तो देशभर में बेहद ही विकट परिस्थितियां देशभर में सामने आ सकती है जबरन धर्मांतरण न सिर्फ धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ है बल्कि देश के सुरक्षा के लिए भी खतरा है। फिलहाल दोस्तों इसपर कई याचिकाएं दाखिल की गई है लेकिन केन्द्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई कानून बनाने को लेकर की बात सामने नहीं आई है जो कि पूरे भारत में लागू हो .. केन्द्र की तरफ से इसे राज्य के विषय पर थोपा गया है।