राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने आज कहा कि सदन का मौजूदा सत्र सात अगस्त तक बढ़ दिया गया है और इस दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा।
श्री नायडु ने सदन की कार्यवाही शुरु के बाद जरुरी दस्तावेज पटल पर रखवायें और कहा कि सदन की कार्य मंत्रणा समिति ने सदन का मौजूदा सत्र सात अगस्त तक बढ़ने की सहमति दी है।
उन्होंने बताया कि सदन के बढ़ सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। इसके स्थान पर सरकारी कामकाज किया जाएगा। संसद का मौजूदा सत्र पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज समाप्त होना था। यह सत्र लोकसभा में 17 जून तथा राज्यसभा में 20 जून को शुरू हुआ था।
प्रावधानों के अनुसार किसी भी सदस्य को प्रश्न पूछने के लिए 14 दिन पहले नोटिस देना होता है जो संसद के बढ़ सत्र में संभव नहीं है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री एस़ मुरलीधरन ने कहा कि आगामी दिनों में सरकार 12 विधेयक सदन में पेश करेगी। इन विधेयकों में तीन तलाक संबंधी विधेयक भी शामिल होगा।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि सरकारी कामकाज दो बजे के बाद होना चाहिए और प्रश्नकाल के समय में शून्यकाल की अवधि बढ़ देनी चाहिए।
इससे सदस्यों को अपने क्षेत्रों की जन समस्यायें उठाने का मौका मिलेगा। कांग्रेस के राजीव गौडा ने कहा कि प्रश्नकाल के समय में ऐसे तारांकित प्रश्नों को लिया जा सकता है जो पिछले दिनों अनुत्तरित रह गये हैं।
श्री नायडु ने कहा कि दोनों सदस्यों के सुझाव बेहतर है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर इन पर विचार किया जाएगा।