बेतिया : विगत 20 वर्षों से चंपारण वासियों के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली पखनाहा-तमकुही पुल सपना बना हुआ था। आज वह पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद डा. संजय जायसवाल के कड़ी मेहनत के बाद साकार हुआ इस पुल का शिलान्यास 25 जनवरी 2018 को होना है। इसके निर्माण के लिए केंद्र सरकार सहित बिहार व उत्तर प्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दिया हैं। इस पुल के लिए 20 वर्षो में कई संघर्ष समिति ने आंदोलन किए।
लेकिन निर्माण नहीं हो सका। नौ वर्ष पूर्व में एनडीए के केंद्र सरकार द्वारा राशि पुल निर्माण के लिए दिया गया। जिसमें बिहार सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान किया था लेकिन उत्तर प्रदेश में मायावती की सरकार ने इस पुल निर्माण में अपनी सहभागिता नहीं दिखाई, जिसके कारण पुल का निर्माण नहीं हो सका।
उक्त बातें प. चंपारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद डा. संजय जायसवाल ने अपने आवास पर बताया। उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण होने से महज कुछ ही घंटों में बेतिया से उत्तर प्रदेश के तमकुही जाया जा सकता है। जिससे व्यवसायी सहित आम जनता को भी सुविधा होगी। इस पुल की स्वीकृति केंद्र सरकार से मिलते ही बिहार सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी ने स्वीकृति दे दिया।
वही बेतिया छावनी ओवर ब्रिज के लिए अभी बिहार सरकार अनुमति नही दिया हालांकि इसके निर्माण हेतु टेंडर सहित सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। बिहार सरकार के सहमति के बाद संभवना जताई जा रही है कि जनवरी 2018 में काम प्रारंभ हो जाएगा।
श्री जायसवाल ने बताया कि रक्सौल बीरगंज आरओबी जो बिहार सरकार की धनराशि के अभाव में बरसों से लटका हुआ था वह सांसद के पहल पर सड़क परिवहन राजमार्ग एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिपराकोठी से रक्सौल छभ के टेंडर के साथ साथ इस पुल के निर्माण में लगने वाले शेष राशि को जोड़ दिया है। केंद्र सरकार के सहयोग से अब रक्सौल आरओबी का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इस मौके पर युवा नेता विजय चौधरी, जिला उपाध्यक्ष पन्नालाल साह, नगर अध्यक्ष छठु शर्मा, मझोलिया प्रखंड अध्यक्ष मनु कुशवाह सहित कई उपस्थित रहे।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे