कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने रविवार को कहा ‘द कश्मीर फाइल्स’ वास्तविकता की फाइल है। उन्होंने सभी राजनेताओं और धर्मों के लोगों से अपील की कि, आगे आएं और ऐसी घटनाओं की निंदा करें। आरएसएस से जुडी संस्था मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के संरक्षक कुमार ने एक वक्तव्य में वर्षों से घरविहीन कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास में लोगों से मदद के लिए आगे आने का अनुरोध किया।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बोले आरएसएस नेता
आरएसएस नेता ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने मांग की, साथ ही साथ पूजा स्थलों के तिरस्कार की बात कही। उन्होंने जोर दिया कि, बांग्लादेश और पाकिस्तान को भारत की तरह एक ऐसा देश बन जाना चाहिए, जहां सभी धर्मों, जाति और वर्ग का स्वागत हो। आरएसएस नेता ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष की आलोचना करते हुए कहा कि किसी स्थिति में युद्ध समाधान नहीं है। उन्होंने कहा, अमेरिका, चीन या रूस के द्वारा थोपे गए युद्ध का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए, यह विनाश की ओर ले जाता है।
संगठन की ताकत बढ़ाने के लिए देश विदेश में शुरू करेंगे सदस्यता अभियान : कुमार
कुमार ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ताकत बढ़ाने के लिए देश विदेश में सभी स्तर पर वे सदस्यता अभियान शुरू करेंगे।
कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ाने, एकता को मजबूत और समाज में भाईचारा लाने के लिए इस रमजान मंच के सभी कार्यकर्ता देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर एक दिन के इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। एमआरएम की स्थापना वर्ष 2002 में हुई थी और बीते 20 वर्ष में भाईचारा और मेल मिलाप का संदेश देकर संस्थान देश में अच्छे से स्थापित हुई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बोले आरएसएस नेता
आरएसएस नेता ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने मांग की, साथ ही साथ पूजा स्थलों के तिरस्कार की बात कही। उन्होंने जोर दिया कि, बांग्लादेश और पाकिस्तान को भारत की तरह एक ऐसा देश बन जाना चाहिए, जहां सभी धर्मों, जाति और वर्ग का स्वागत हो। आरएसएस नेता ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष की आलोचना करते हुए कहा कि किसी स्थिति में युद्ध समाधान नहीं है। उन्होंने कहा, अमेरिका, चीन या रूस के द्वारा थोपे गए युद्ध का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए, यह विनाश की ओर ले जाता है।
संगठन की ताकत बढ़ाने के लिए देश विदेश में शुरू करेंगे सदस्यता अभियान : कुमार
कुमार ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ताकत बढ़ाने के लिए देश विदेश में सभी स्तर पर वे सदस्यता अभियान शुरू करेंगे।
कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ाने, एकता को मजबूत और समाज में भाईचारा लाने के लिए इस रमजान मंच के सभी कार्यकर्ता देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर एक दिन के इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। एमआरएम की स्थापना वर्ष 2002 में हुई थी और बीते 20 वर्ष में भाईचारा और मेल मिलाप का संदेश देकर संस्थान देश में अच्छे से स्थापित हुई है।