देश में बुधवार देर शाम तक कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण के 20471 मामले प्रकाश में आये हैं जबकि 652 लोगों की अब तक इस महामारी से जानें गयी हैं और 3960 संक्रमित लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। इस बीच, सरकार ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए 15 हजार करोड़ रुपये और स्वीकृत किये हैं और देश में स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले रोकने के लिए एक अध्यादेश लाने का एलान किया है।
सरकार ने इस रकम का एलान कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए विशेष अस्पताल और इसकी जांच के लिए सुविधाएं बढ़ने पर खर्च के वास्ते किया है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं को बताया कि यह रकम इस बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ने के लिए तीन चरणों में खर्च की जायेगी।
इस बीच, पिछले 24 घंटों में 49 और लोगों की कोरोना वायरस के प्रकोप से मौत हो गयी है। इसी अवधि में कोरोना संक्रमण के 1486 मामले प्रकाश में आये हैं।
जावडेकर ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसक वारदातों को देखते हुए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने एक अध्यादेश लाने को मंजूरी दी है। इसके तहत यह संज्ञेय अपराध माना जायेगा और गैर जमानती होगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों पर 50 हजार से दो लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जायेगा। गंभीर मामलों में यह जुर्माना दो लाख से पांच लाख रुपये के बीच भी हो सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश भर में कोविड-19 से संक्रमित 3960 लोग स्वस्थ हो गये हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। देश में इस समय 15474 लोग संक्रमित हैं जबकि सरकार ने 19 अप्रैल के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि संक्रमितों के दुगुने होने की दर कम हुई है।