संसद को दोनों सदनों में मानसून सत्र चल रहा हैं। जंहा विपक्ष सरकार से कई मुद्दो पर चर्चा को लेकर अड़ा हैं , सदन में सभापति की चेयर के पास बोर्ड व बैनर उछाले गए। जिससे क्षुब्ध होकर सभापति ने कई सदस्यों को इस सप्ताह सदन की कार्रवाई से निलंबित कर दिया। जिसके बाद पूरा विपक्ष निलंबित सदस्य़ों के पक्ष में संसद में आवाज उठा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा सरकार से सवाल पूछने लोगों ने साहब के कहने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात हैं की विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट नही हो पा रहा हैं। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस ने दूरी बना ली।
दोनों सदनों के 23 सदस्यों को किया गया निलंबित
लोकसभा से 4 और राज्यसभा से 19 सदस्यों को निलंबित किया गया है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में फ्लोर स्ट्रेटजी तैयार करने के लिए बैठक बुलाई थी। जिसमें डीएमके, आरजेडी, एनसीपी, सीपीएम, सीपीआई, शिवसेना, आरएलडी, एमडीएमके, आईयूएमएल, आरएसपी और एनसी शामिल हुई थीं। जबकि, टीएमसी और आप गायब रही।
टीएमसी सांसदो ने सभापति को तंख्तिया दिखाने का किया विरोध
भाजपा को फूटी आंख ना देखने वाली टीएमसी भाजपा के समर्थन में दिखाई पड़ रही हैं। कांग्रेस व अन्य दलों के सांसद सभापति की चेयर की तरफ बैनर व पर्चे उछाल रहे थे , विपक्षी दलों के इस कृत्य का टीएमसी सांसदो ने विरोध किया , जिसके बाद से ही विपक्षी सांसदो में फूट का असर दिखाईं दिया।
खड़गे बोलें - देखते हैं कौन आएगा और कौन नहीं आएगा
लोकसभा मे नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा हमारा काम सभी दलों को बुलाकर उनकी आवाज को बुलंद करना हैं। अगर उनके पास अलग एजेंडा है, तो यह अलग बात है। मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि हम सभी साथ जाएं और एकजुट होकर लड़ें। गिनती नहीं आप लोगों के मुद्दों को कैसे उठा रहे हैं। और वे कैसे विपक्षी दलों के खिलाफ काम कर रहे है। यह जरूरी है।'
आपको बता दे की संसद के मानसून सत्र में कार्रवाई हंगामे के चलते बाधित हो रही हैं । सरकार विपक्षी दलों व सांसदो से शांति के चर्चा करने का आग्रह कर रही हैं । लेकिन विपक्षी सांसद अग्निवीर , महंगाई जैसे मद्दो पर सरकार से चर्चा के लिए अड़ा हुआ हैं । भाजपा नेताओं ने कहा विपक्षी सांसद हंगामा करने के बजाय सदन के अंदर अपनी आवाज उठाए सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं ।