उन्होंने कहा कि उनका (स्वामी विवेकानंद) प्रभाव पूरे देश में देखा गया और उन्होंने अपनी यात्राओं से गुलामी के दौर में राष्ट्रीय चेतना को जगाया तथा नया विश्वास पैदा किया। मोदी ने कहा कि इसी परंपरा को स्वामी आत्मस्थानंद ने अपने पूरे जीवन में आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में मोदी के हवाले से कहा गया, ''चाहे सैकड़ों साल पहले आदि शंकराचार्य रहे हों या आधुनिक काल के स्वामी विवेकानंद, भारत की संत परंपरा हमेशा ''एक भारत, श्रेष्ठ भारत'' के लिए खड़ी हुई है। रामकृष्ण मिशन की स्थापना भी ''एक भारत, श्रेष्ठ भारत'' के विचार से जुड़ी है।''