ग्वालियर : वल्नरेबिल्टी मैपिंग कार्य को गंभीरता से लें। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन-2018 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए दिए गये दिशा-निर्देशों के तहत वल्नरेबल मतदान केन्द्रों का निर्धारण करें। इस कार्य में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी। यह निर्देश कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अशोक कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक में दिए। उन्होनें वल्नरेबिल्टी मैपिंग की जानकारी निर्धारित प्रपत्रों में विधानसभा क्षेत्र एवं थानावार दो दिन में मांगी है।
कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी एसडीएम, सीएसपी व एसडीओपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र की संयुक्त बैठक कर बल्नरेबिल्टी मैंपिग को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। सभी एसडीएम एवं सीएसपी से कहा गया कि उन्हें प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताना होगा कि वल्नरेबिल्टी का क्या कारण है।
कलेक्टर वर्मा ने निर्देश दिए कि पिछले लोकसभा, विधानसभा एवं स्थानीय निर्वाचन के दौरान जिन क्षेत्रों में मतदान में बाधा उत्पन्न करने अथवा फिर मतदाताओं को बल पूर्वक या प्रलोभन देकर प्रभावित करने की कोशिश की गई हो, उस क्षेत्र के मतदान केन्द्रों को वल्नरेबल मानें। उन्होने कहा जहां साम्प्रदायिक, जातिगत अथवा अन्य प्रकार के उपद्रव हुए हों, वहां के मतदान केन्द्रों को भी वल्नरेबल केन्द्रों में शामिल करें। इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गये अन्य दिशा-निर्देशों के अनुसार भी वल्नरेबिल्टी मैपिंग की जाए। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि वल्नरेबल, संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों के आधार पर ही निर्वाचन आयोग द्वारा सुरक्षा बल मुहैया कराये जायेगें। इसलिए इस कार्य को पूरी बारीकी एवं गंभीरता से अंजाम दें। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिए कि विधान सभा निर्वाचन के मद्देनजर अभी से असामाजिक तत्वों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करें।
साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखनेके लिए आदतन अपराधियों के खिलाफ वाउण्डओव्हर आदि कार्रवाई भी की जाए। बैठक में अपर कलेक्टर दिनेश श्रीवास्तव, शिवराज वर्मा व संदीप करकेट्टा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी राघवेन्द्र पांडेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र सिंह तोमर तथा जिले के सभी अनुविभागीय दंडाधिकारी व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, तहसीलदार व नायब तहसीलदार तथा थाना प्रभारी मौजूद थे ।