भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह बांटने की राजनीति कर रहे हैं। दिल्ली में BJP हेडक्वार्टर पर एक प्रेस वार्ता में पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि दोनों दलों में रेस चल रही है कौन कितना घृणा फैला सकता है।भाजपा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच हिन्दुओं के खिलाफ घृणा फैलाने वालों को प्रोत्साहित करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान द्वारा कांग्रेस को समर्थन किए जाने और सपा द्वारा कई विवादित नेताओं को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने का हवाला देते हुए दोनों दलों पर हमला किया।
नाहिद हसन और दंगा फैलाने के आरोपी
पात्रा ने कहा कि खान ने हाल में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए एक भाषण दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए ऐसे लोगों का समर्थन कोई नयी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि केरल, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक विधानसभा चुनावों के दौरान भी कांग्रेस ने हिन्दुओं के खिलाफ आग उगलने वालों से गठजोड़ किया था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा ने जेल में बंद नाहिद हसन और दंगा फैलाने के आरोपी मुहर्रम अली को टिकट दिए है।
उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुओं के खिलाफ घृणा फैलाने वालों को कौन अधिक प्रोत्साहित करता है, इसकी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में प्रतिस्पर्धा चल रही है।’’ भाजपा प्रवक्ता ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कखिलाफ की गई एक कथित टिप्पणी का भी उल्लेख किया और कहा कि इससे यह स्पष्ट हो गया है कि ‘‘पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो चूक हुई थी, वह संयोग नहीं था बल्कि एक प्रयोग था’’।
भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर
ज्ञात हो कि एक वायरल वीडियो में पटोले को यह हुए सुना जा सकता है कि वह मोदी को ‘‘पीट सकते हैं’’ और ‘‘गाली दे सकते हैं’’। पंजाब में आम आदमी पार्टी द्वारा सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बारे में पूछ जाने पर पात्रा ने चुटकी लेते कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्यपाल की तरह मान की उम्मीदवारी की घोषणा की और मान ने भी ऐसा किया मानों वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
पंजाब में हुई ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। 26 ऐसे व्यक्ति हैं, जिनके खिलाफ पंजाब की कांग्रेस सरकार ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राजनीति को कभी हावी नहीं होने देना चाहिए।’