दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं जो अपने अजीब से रीति रिवाज के लिए जाने जाते हैं। आज का जो दौर है उसमें महिलाओं का जो अनुपात है वह पुरुषों के मुकाबले बहुत ही कम है। लेकिन एक ऐसा भी गांव है जहां पर पुरुष महिलाओं के मुकाबले कम है। वहां पर जो महिलाएं हैं वह विधवाओं के रूप में है। बता दें कि इस गांव कोई भी परिवार में बेटी का रिश्ता तय नहीं करता है।
इस गांव के किसी भी लड़के के साथ कोई भी अपनी बेटी की शादी नहीं करता है। उन लोगों को इस बात का डर लगता है कि उनकी भी बेटी विधवा न हो जाए। इस गांव में ऐसा कोई भी घर नहीं है जहां पर विधवा न रहती हो।
यह खबर जितनी भी हैरान करने वाली है उससे ज्यादा इसके पीछे छीपा कारण आपको हैरान कर देगा। हम जिस गांव की बात कर रहे हैं वह गांव उत्तर प्रदेश का है। उत्तर प्रदेश के लल्तिपुर जिले का रजवारा गांव है।
बात दें कि इस गांव में रात को हर घर में कच्ची शरब की भट्ठियां धधकती हैं। इस गांव में हर कोई नशा करता है। यहां के गांव में हर युवा, बुजुर्ग और बच्चे सभी के सभी नशा करते हैं और उन्हें इस नशे की लत लग चुकी है।
नशा करने की वजह से यहां पर जितने भी पुरुष हैं उनकी आयु की औसत 20 से 40 वर्ष की ही है। इसी वजह से इस गांव में कोई भी अपनी बेटी की शादी नहीं कराता है।
उन्हें इस बात का डर होता है कि उनकी बेटी कम उम्र में ही विध्वा हो जाएगी। इस गांव में जितने भी लोग हैं उनकी दिन की शुरूआत शराब से शुरू होती है और शराब पर ही खत्म होती है।
इसी नशे की आदत की वजह से गांव का पूरा का पूरा माहौल ही खराब हो गया है। इसी की वजह से यहां के पुरुष जल्दी मर जाते हैं और उनकी पत्नियां छोटी उम्र में ही विध्वा हो जाती हैं। इस कारण की वजह से यहां पर सबसे ज्यादा महिलाएं विध्वा होती हैं और आपको मिलती भी हैं।