राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव का समर्थन किया और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर उन्हें उनके छोटे भाई का नेतृत्व पसंद नहीं है तो वे पार्टी छोड़ दें।
तेज प्रताप यादव ने कहा, “आखिर वह (तेजस्वी) क्यों (विपक्ष के नेता पद से) इस्तीफा दें? अगर किसी को उनका नेतृत्व पसंद नहीं है तो वह राजद या महागठबंधन छोड़ सकता है।” उन्होंने कहा, “मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं जैसे कृष्ण अपने भाई के साथ थे और हमेशा उसके साथ खड़ा रहूंगा।”
तेज प्रताप ने कहा कि अगर लालू यादव जेल से बाहर होते तो राजद को इन सबका सामना नहीं करना पड़ता। तेज प्रताप हालांकि राजद की मंगलवार हुई बैठक में हिस्सा नहीं ले सके। चुनाव में मिली हार पर चर्चा के लिये पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर यह बैठक हुई थी।
तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी असमर्थता के बारे में पार्टी नेताओं को सूचित कर दिया था। महेश यादव ने कहा था कि तेजस्वी यादव को विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।