राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय 'अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल' की बैठक रविवार को गुजरात के भुज में शुरू हुई।संघ प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबले सहित आरएसएस के शीर्ष पदाधिकारी तीन दिवसीय सम्मेलन का नेतृत्व कर रहे हैं। सम्मेलन में भाग लेने के लिए आरएसएस के लगभग 382 प्रतिनिधि भुज में एकत्र हुए हैं।
विजयादशमी भाषण के दौरान उल्लिखित मुद्दों पर भी चर्चा
संघ की बैठक न केवल संगठनात्मक कार्यों का पुनर्मूल्यांकन करेगी, बल्कि पुणे में अखिल भारतीय समन्वय बैठक के विषयों पर भी विचार करेगी और भागवत द्वारा अपने विजयादशमी भाषण के दौरान उल्लिखित मुद्दों पर भी चर्चा करेगी। आरएसएस नेता अंबेकर ने 2024 में 'संघ शिक्षा' वर्ग के लिए एक नए पाठ्यक्रम का भी संकेत दिया है, जो रणनीतिक शैक्षिक विकास द्वारा चिह्नित सत्र का संकेत देता है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने आरएसएस नेताओं से भी मुलाकात की
आरएसएस और भारतीय मजदूर संघ तथा भारतीय किसान संघ जैसे सहयोगी संगठनों के प्रमुख नेता भी तीन दिवसीय सम्मेलन का हिस्सा हैं। सत्र की शुरुआत से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने आरएसएस नेताओं से भी मुलाकात की। राम मंदिर का उद्घाटन, पर्यावरण का क्षरण, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, गोरक्षा और ग्रामीण उन्नति ऐसे कुछ मुद्दे हैं जिन पर सम्मेलन के दौरान चर्चा की जाएगी।