लॉकडाउन के बीच, रेलवे एक जून से 200 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रही है। इस बीच, रविवार को रेलवे ने कहा कि 200 विशेष यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से कुछ घंटे पहले झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने इन सेवाओं के बारे में आपत्ति जाहिर की है।
सूत्रों ने बताया कि मामले के समाधान के लिए रेलवे मुख्यालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक चल रही है। उन्होंने संकेत दिये कि तीन राज्यों ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है और इसे ट्रेनों के परिचालन के लिए उनके विरोध का कारण माना जा रहा है।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने योजना के अनुसार इन ट्रेनों को चलाने या ठहराव की संख्या को लेकर आपत्ति जाहिर की है। राज्यों के साथ मामले पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। इस संबंध में किसी भी अन्य घटनाक्रम के बारे में बताया जायेगा।’’ रेलवे ने एक जून से 200 विशेष यात्री ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है।
रेलवे ने कहा कि लगभग 26 लाख यात्रियों ने एक जून से 30 जून तक विशेष ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है। ये सेवाएं 12 मई से संचालित हो रही श्रमिक विशेष ट्रेनों और 30 वातानुकूलित ट्रेनों के अलावा हैं। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को प्रस्थान से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा और जिन लोगों के पास कंफर्म या आरएसी टिकट होंगे, उन्हें ही स्टेशन के भीतर जाने और ट्रेनों में सवार होने की अनुमति दी जायेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्रियों को अनिवार्य रूप से जांच करानी होगी, केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही ट्रेनों में प्रवेश करने या सवार होने की अनुमति दी जायेगी। ज्ञात हो कि भारतीय रेलवे द्वारा श्रमिक और 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाने के बाद रेलवे ने 19 मई को ऐलान किया था कि रेलवे 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनों का संचालन करेगी। टाइम टेबल के मुताबिक एक जून से यह ट्रेनें प्रतिदिन चलेंगी।
बता दें कि लॉकडाउन के कारण रेल सेवा पिछले करीब 2 महीनों से पूरी तरह से ठप थी। रेलवे ने पहले अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों के लिए पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया, जिसमें रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेन शुरू की। हालांकि, 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें पूरी तरह से एसी हैं। बता दें, यह ट्रेनें नई दिल्ली और देश के अलग-अलग 15 हिस्सों में चलाई जा रही हैं।