Tirupati temple: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर किए गए दावे पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। जहां वाईएसआरसीपी(YSRPC) ने नायडू के खिलाफ SC जाने की बात कही तो वहीं कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग उठाई। वहीं मंदिर के प्रसाद की जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कई अशुभ पदार्थों की पुष्टि की गई है।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर(Tirupati temple) के लड्डूओं में फिश ऑयल और जानवरों की चर्बी मिलने की पुष्टि की है। इससे देश के साधु-संतों में रोष देखने को मिल रहा है। वाईएसआरसीपी ने नायडू पर राजनीतिक लाभ के लिए घृणित आरोप लगाने का आरोप लगाया है, जबकि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने अपने दावे के समर्थन में एक लैब रिपोर्ट जारी की। दुनिया भर के करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति तिरुमला मंदिर को लेकर बेहद चौंकाने वाली खबर अब कंफर्म हो गई है।
डीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है। एनडीडीबी की रिपोर्ट के मुताबिक लैब में सैंपल के रूप में जुलाई महीने में बनी प्रासादों के सामग्री का जांच किया गया , आज उसकी रिपोर्ट आई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में "पशु की चर्बी", "लार्ड" (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और लैब रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।
आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने 'एक्स' पर अपने आधिकारिक खाते से एक पोस्ट में कहा कि लड्डू मुद्दे पर मुख्यमंत्री नायडू की टिप्पणी से सभी हिंदुओं को पीड़ा हुई है, पार्टी ने राज्य सरकार से अपील की कि पिछली सरकार में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले सभी मुद्दों की तुरंत जांच की जाए। केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि लड्डू बनाने में पशु चर्बी का कथित उपयोग भगवान वेंकटेश्वर में आस्था रखने वाले हिंदुओं की आस्था और विश्वास के साथ गहरा विश्वासघात है। 'एक्स' पर एक पोस्ट में उन्होंने मांग की कि आंध्र प्रदेश सरकार मामले की तत्काल जांच कराए, ताकि सच्चाई सामने आए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
वाईएसआरसीपी(YSRPC) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य वाई.वी. सुब्बा रेड्डी ने कहा कि नायडू के आरोपों से देवता की पवित्र प्रकृति को नुकसान पहुंचा है और भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। चार सालों तक टीटीडी के अध्यक्ष रहे सुब्बा रेड्डी ने कहा, "यह कहना भी अकल्पनीय है कि भगवान को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद और भक्तों को दिए जाने वाले लड्डुओं में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। पशु चर्बी के इस्तेमाल का आरोप लगाना एक घिनौना प्रयास है ."
सुब्बा रेड्डी ने कहा, "मैं वेंकटेश्वर स्वामी में आस्था रखता हूं और आप (नायडू) भी उनके भक्त होने का दावा करते हैं, इसलिए आइए देवता के सामने शपथ लें। मैं देवता के सामने शपथ लेने के लिए तैयार हूं। मैं अपने परिवार के साथ आकर शपथ लूंगा।" उन्होंने आगे कहा कि यदि नायडू अपने आरोपों को साबित करने में असफल रहते हैं और सबूत पेश नहीं करते हैं तो वह कानूनी सहारा लेंगे और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
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