प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूटान दौरे का आज दूसरा दिन है। पीएम मोदी आज यानी रविवार को नेशनल मेमोरियल जाएंगे। वही, मोदी रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान के छात्रों को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले शनिवार को मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग के साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की और इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी और सहयोग बढ़ने के विभिन्न करारों पर विस्तार से चर्चा की।
पीएम मोदी ने शनिवार को भूटान में रुपे कार्ड लांच किया और नौ समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किए। इसके अलावा पीएम मोदी ने श्री शेरिंग के साथ मिलकर 7200 मेगावाट की मेंगदेछू पनबिजली परियोजना का भी उद्घाटन किया। बता दें कि इस कार्यकाल में चुने जाने के बाद पीएम मोदी पहली बार भूटान दौरे पर गए हैं। प्रधानमंत्री यहां दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों को अधिक मजबूत करने के लिए भूटानी नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी के लिए यहां तशीचोडज़ोंग महल में पारंपरिक चिपड्रेले जुलूस और स्वागत समारोह का आयोजन किया गया था। यह आयोजन अतिथि जिस मार्ग से गुजरता है उसके शुद्धिकरण के लिए किया जाता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कर कहा कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और लोगों को एक साथ लाने के लिए मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री त्शेरिंग लोतेय ने संयुक्त रूप से रुपे कार्ड लांच किया। इससे दोनों देशों के नागरिकों को सुविधा होगी।
भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंघे वांगचुक से पीएम मोदी ने मुलाकात की तथा भारत और भूटान के संबंधों को मजबूत करने के उनके निरंतर एवं अनोखे मार्गदर्शन के लिए उनकी सराहना भी की।
भूटान के पीएम लोटे शेरिंग के साथ मोदी ने संयुक्त बयान में कहा कि भूटान नरेश की बुद्धिमता और दूरदर्शिता ने लंबे समय तक द्विपक्षीय संबंधों को निर्देशित किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा, यही नहीं, उनकी दृष्टि ने भूटान को पूरी दुनिया के लिए एक अद्वितीय उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है, जहां विकास को आंकड़ों से नहीं, बल्कि खुशी से मापा जाता है, जहां आर्थिक विकास परंपरा और पर्यावरण के साथ चलता है। ऐसा दोस्त और पड़ोसी कौन नहीं चाहेगा।