1 – CORONAVIRUS : कोरोना की दूसरी लहर से मचेगी तबाही? यूरोप-अमेरिका के ये आंकड़े दे रहे गवाही
महाराष्ट्र में ही कोरोना वायरस की दूसरी लहर के संकेत मिले हैं, पर पूरे भारत में कोरोना वायरस के ऐसे ही भयावह हालात रहे, तो देश में बड़ी तबाही मचने की संभावना है। अमेरिका और यूरोप के आंकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर अधिक जानलेवा होगी। दरअसल, शोधकर्ताओं ने अलग-अलग अध्ययनों में इसका खुलासा किया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली से ज्यादा खतरनाक और जानलेवा साबित हुई है। यूरोप समेत दुनिया भर के 46 देशों में द इकोनॉमिस्ट ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के अध्ययन का विश्लेषण किया। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी और यूनिवर्सिटी ऑफ शिन्हुआ ने भी अमेरिका और यूरोप में कोरोना से हुई मौतों का विश्लेषण किया। इसके साथ ही स्पैनिश फ्लू और कोरोना से हुई मौतों का भी विश्लेषण हुआ है। इसके बाद दावा किया गया है कि जिन देशों में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आई, वहां ज्यादा कोहराम मचा।
2 – बंगाल में आसान नहीं BJP की राह, बढ़ेगी भाजपा की दिक्कतें, जानें कैसे
पश्चिम बंगाल की विधानसभा के लिए भाजपा का यह पहला बड़ा चुनाव है, जिसमें वह शून्य से शिखर की राजनीति का सफर तय कर रही है। राज्य में त्रिकोणीय संघर्ष में अपने लिए बेहतर मौके तलाश रही भाजपा का अभियान तो जोरों पर है, लेकिन जमीन पर कांग्रेस-वाममोर्चा गठबंधन की कमजोरी उसकी दिक्कत बढ़ा सकती है। तृणमूल कांग्रेस से सीधा मुकाबला होने पर भाजपा के दावे का गणित भी प्रभावित हो सकता है। पश्चिम बंगाल में बदलाव का माहौल बना रही भाजपा ने अब अपने दिग्गज नेताओं की फौज चुनाव प्रचार में उतारनी शुरू कर दी है। साथ ही वह बाकी बचे चरणों के लिए अपने उम्मीदवारों को भी अंतिम रूप दे रही है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस पहले ही अपने सारे उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। दरअसल भाजपा का बड़ा दावा कई सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष पर टिका है और वह तृणमूल कांग्रेस के साथ कांग्रेस और वाम मोर्चा गठबंधन के उम्मीदवार को ध्यान में रखकर भी अपने उम्मीदवार तय कर रही है।
3 – कोरोना वायरस : कोरोना मामलों में 150% से अधिक की वृद्धि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए ये आदेश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि बीते सप्ताह में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले कम से कम 70 जिलों में कोविड-19 मामलों में 150% से अधिक की वृद्धि हुई है। स्वास्थ मंत्रालय ने जांच और टीकाकरण में तेजी लाने की बात कहते हुए ये जानकारी दी। यह चेतावनी उस दिन आई जब देश में एक दिन में 35,836 मामले दर्ज किए गए, ये आंकड़ा 5 दिसंबर के बाद सबसे अधिक है। इन आंकड़ों से साफ है कि कई इलाके कोरोना की दूसरी लहर में प्रवेश कर चुके हैं। केंद्र ने इन राज्यों को इन जिलों में टीकाकरण में तेजी लाने के तरीकों पर गौर करने की सलाह दी है, जो सकारात्मक दर में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे हैं।
4 – होम क्वारंटाइन वाले कोरोना मरीजों पर निगरानी बढ़ेगी
देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार सतर्क हो गई है। दिल्ली में जिस तरह सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़ रही है, सरकार ने होम आइसोलेशन वाले मरीजों पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सरकार को डर है कि होम आइसोलेशन वाले मरीज संक्रमण बढ़ने की वजह न बन जाएं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला प्रशासन को अपने इलाके में सर्विलांस टीम को फिर से सक्रिय करके होम आइसोलेशन वाले कोरोना मरीजों की निगरानी बढ़ाने को कहा है। दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अभी दिल्ली में संक्रमण की दर एक फीसदी से कम है, लेकिन कुछ दिनों से सक्रिय मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
5 – उत्तर प्रदेश : दूसरे राज्यों से आने वालों की होगी कोरोना जांच, गाइडलाइन जारी
यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कोविड-19 के संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशनों पर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड रोग के नए मामलों को रोकने के लिए अधिक संक्रमण वाले प्रदेशों से आने वाले यात्रियों के कोविड संक्रमण की जांच कराया जाना बहुत जरूरी है। संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से हवाई मार्ग से आने वाले यात्रियों की प्रदेश के एयरपोर्ट पर एंटीजन जांच कराई जाए। लक्षणयुक्त होने आरटीपीसीआर का नमूना लिया जाए। इसी तरह सभी जिलों में रेलवे स्टेशनों पर कोविड-19 संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से वापस आ रहे यात्रियों की रेलवे स्टेशन पर ही एंटीजन जांच कराते हुए लक्षणयुक्त व्यक्तियों के नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए एकत्र कर जिले की संबद्ध प्रयोगशाला को भेजे जाएं।