1 – FASTAG : आज से हर वाहन के लिए फास्टैग जरूरी, नहीं तो टोल प्लाजा पर देना होगा दोगुना जुर्माना
आज रात 12 बजे से सभी टोल पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को टोल से गुजरने पर दोगुना टोल देना पड़ेगा। दीदारगंज टोल प्लाजा से हर दिन 22 हजार गाड़ियां गुजर रही हैं। इनमें अभी मात्र 10 से 11 हजार गाड़ियों में ही फास्टैग लगा रहता है। दीदारगंज टोल प्लाजा के मैनेजर संजीव कुमार के अनुसार जिन गाड़ियों में फास्टैग लगी नहीं रहेगा, उनसे दोगुना टोल के साथ वहीं पर फास्टैग लगाया जाएगा। फिलहाल अभी एयरटेल, पेटीएम और एनएचएआई फास्टैग लगा रहा है। फ़ास्टैग की चिप स्टीकर के रूप में गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगी होती है। जैसे ही गाड़ी टोल-प्लाजा से होकर गुजरती है, टोल-प्लाज़ा पर लगा सेंसर इस चिप को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन की मदद से रीड करता है और उस टोल-प्लाजा के हिसाब से तय पैसे अपने आप कट जाते हैं। इस प्रक्रिया में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता, इसका फायदा यह होगा कि टोल पर गाड़ियों को अधिक देर तक रुकना नहीं पड़ेगा
2 – BENGAL ELECTION : कांग्रेस के बिहार में प्रदर्शन को लेकर वामदल आशंकित, फूंक-फूंक कर रख रहे कदम
पिछले चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन करने वाले वामदल इस बार बेहद सतर्क हैं। वह हर सीट का आवंटन मौजूदा परिस्थतियों के अनुसार राजनीतिक समायोजन (पॉलिटिकल एडस्टमेंट) के आधार पर करने के पक्ष में हैं। ताकि चुनाव को दो ध्रुवीय नहीं बल्कि त्रिकोणीय बनाया जा सके। आमतौर पर सीटों के आवंटन में दलों के पिछले प्रदर्शन को आधार बनाकर बंटवारा किया जाता है। पश्चिम बंगाल के चुनावी समर में वामपंथी दल फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। चुनावी रण में तृणमूल और भाजपा आमने-सामने नजर आ रहे हैं जिसने वामपंथी दलों की चिंता बढ़ा दी है। वाम दलों की सोच है कि न तो तृणमूल को बहुमत मिलेगा क्योंकि उसके खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है। जबकि भाजपा की जो स्थिति नजर आ रही है वह वास्तव में है नहीं। इसलिए वाम कांग्रेस-गठबंधन बेहतर प्रदर्शन को लेकर प्रयासरत है। वामपंथी नेता अतुल कुमार अंजान के अनुसार उनकी लड़ाई भाजपा की नीतियों एवं ममता के अधिनायकवाद के खिलाफ है। पश्चिम बंगाल के चुनावी समर में वामदल और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ने पर तो सहमत हो चुके हैं लेकिन सीटों के बंटवारे की प्रक्रिया इस महीने के अंत तक होने की संभावना है।
3 – WEATHER UPDATES : दिल्ली में नौ साल में सबसे गर्म रहा 14 फरवरी
रविवार को वेलेंटाइन-डे नौ साल में सबसे गर्म रहा। अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। इससे एक दिन पहले ही गर्मी ने पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि सोमवार सुबह हल्के से मध्यम श्रेणी का कोहरा रह सकता है और दिन में सूरज की तपिश महसूस होगी। मौसम विभाग के मुताबिक, कमजोर पड़े पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दिन-रात के तापमान में अधिक अंतर दर्ज किया जा रहा है। यही वजह है कि दिन अधिक गर्म और रातें सर्द हो रही हैं। इस सप्ताह भी परिस्थितियों में खास बदलाव की उम्मीद कम है। इसके बाद लगातार दिन के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने की आशंका है।
4 – TOOLKIT CASE : दिशा रवि की गिरफ्तारी शुरुआत, पुलिस को अभी दो और संदिग्धों की तलाश
किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी टूलकिट सोशल मीडिया पर शेयर करने में संलिप्तता के आरोप में पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर काम करने वाली दिशा रवि को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि रवि को पूछताछ के लिए उनके घर से हिरासत में लिया गया और बाद में टूलकिट बनाने और उसे शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद दिशा रवि को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 5 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। यह वही टूलकिट है जिसे स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था, लेकिन बाद में उसे डिलीट कर लिया था। हालांकि, खबरों के मुताबिक, दिशा रवि की गिरफ्तारी अभी शुरुआत भर है और पुलिस इस मामले में दो और संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इन संदिग्धों के नाम शांतनू और निकिता हैं। इन्हें खोजने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई और कुछ अन्य जगहों पर छापेमारी कर रही है। खबर के मुताबिक, बेंगलुरु पुलिस ने यह बताया है कि उन्हें दिल्ली से आ रही पांच सदस्यों की साइबर पुलिस के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। दो महिला पुलिस कर्मियों के साथ यह टीम शनिवार दोपहर बेंगलुरु पहुंची थी। बता दें कि टूल किट में ट्विटर के जरिए किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित दिशानिर्देश और सामग्री होती है।
5 – FARMER’S PROTEST : किसानों की लड़ाई लड़ेगी 11 वकीलों की टीम, टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन को भारी जन-समर्थन
किसानों की न्यायिक लड़ाई 11 वकीलों की टीम लड़ेगी। गाजीपुर किसान आंदोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने वकील फॉर फॉर्मर के तहत 11 वकीलों की टीम यूपी गेट पर किसानों के लिए मिली है। इनमें एडवोकेट वासु कुकरेजा (टीम लीडर), एडवोकेट जसवंथी, एडवोकेट गौर चौधरी, एडवोकेट देवेंद्र .एस, एडवोकेट सितावत नबी, एडवोकेट फरहद खान, एडवोकेट प्रबनीर, एडवोकेट संदीप कौर, एडवोकेट संदीप कौर, ए. जय किशोरी (पैरा लीगल), रवनीत कौर ( पैरा लीगल) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यूपी गेट पर किसानों से 100 नोटिस की कॉपी मिली है। जो अलग-अलग मामलों की हैं इन सभी को वकीलों के पैनल के पास भेज दिया गया है। इसके बाद पूरा पैनल अपने हिसाब से आगे की कार्रवाई करेगा।