1 – किसान आंदोलन : सिंधु बॉर्डर पर झड़प मामले में दिल्ली पुलिस का एक्शन
पिछले 6 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का हल्ला बोल जारी है। पंजाब और हरियाणा से आए हजारों किसान सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और जीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर पर किसान डेरा जमाए हुए हैं। इस बीच बड़ी खबर है कि बीते शुक्रवार को पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच हुए झड़प को लेकर दिल्ली पुलिस ने एक्शन लिया है। दिल्ली पुलिस ने सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान झड़प मामले में पुलिस को अपनी ड्यूटी निभाने से रोकने समेत अन्य धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। दिल्ली के अलीपुर पुलिस स्टेशन में धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि सिंघु बॉर्डर पर 27 नवंबर यानी शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश थी, जिस दौरान पुलिस से झड़प हुई थी और पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे थे और वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया था।
2 – पांच दिनों से है हल्ला बोल, सिंघु-टिकरी बॉर्डर आज भी बंद
देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर हजारों किसान पिछले पांच दिनों से धरना पर डटे हैं और आज उनके प्रदर्शन का छठा दिन है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को कोविड-19 महामारी एवं सर्दी का हवाला देते हुए तीन दिसंबर की जगह आज यानी मंगलवार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनका यह धरना सोमवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया। इन कानूनों के बारे में किसानों को आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा। किसानों के प्रदर्शन की वजह से सिंघु और टिकरी बॉर्डर बंद है, वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर ठोस बैरिकेडिंग की गई। किसानों के आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट जारी किया है। बता दें कि किसान प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक मूवमेंट के लिए टिकरी बॉर्डर बंद है।
3 – नए साल में ब्रह्मपुत्र नदी पर सबसे लंबे पुल का निर्माण शुरू करेगा भारत
केंद्र सरकार ब्रह्मपुत्र नदी पर देश का सबसे लंबा सड़क पुल बनाने जा रही है। असम-मेघालय को जोड़ने वाले पुल की लंबाई 18 किलोमीटर से अधिक है। इससे चीन व बंगलादेश सीमा तक पहुंचने के लिए नया सड़क मार्ग उपलब्ध होगी। सामरिक व सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस पुल के निर्माण सैन्य वाहन, रसद व व्यवसायिक वाहनों का आवागमन समुगम-तेज होगा। वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों में आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रायल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस हफ्ते बुनियादी ढांच निर्माण कंपनी को असम के धुबरी से मेघायल के फुलवारी के बीच (एनएच संख्या 127 बी) ब्रह्मपुत्र नदी पर रोड पुल बनाने का ठेका दिया गया है।
4 – Municipal election : ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए वोटिंग जारी
आज यानी मंगलवार को तेलंगाना में होने वाले बहुप्रतीक्षित ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉपोर्रेशन यानी ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों के व्यापक प्रचार-प्रसार के बाद आज यहां वोटिंग होगी। ग्रेटर हैदराबाद नगर निकाय चुनाव के लिए चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच 150 वार्डो में आज 74,44,260 मतदाता नगर सेवकों के भाग्य का फैसला करेंगे। यहां 9,101 मतदान केंद्रों पर 36,404 कर्मियों को नियुक्त किया गया है, इसमें 9,101 मतदान अधिकारी और 150 रिटर्निंग अधिकारी भी शामिल हैं। मतपेटियों और मतपत्रों सहित चुनाव सामग्री मतदान केंद्रों में भेज दी गई है। चुनाव आयोग ने सुगम मतदान के लिए निगरानी दल भी तैनात किया है। मतदान सुबह 07 बजे शुरू जारी है और यह शाम 06 बजे तक चलेगा। कोविड-19 सुरक्षा उपायों के बीच मतदान संपन्न कराया जायेगा।
5 – कोरोना वैक्सीन : 2022 के अंत तक हर एक को लग सकता है टीका
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि दुनिया में अभी तक किसी भी टीके को कोविड -19 वैक्सीन की तरह इतनी तेजी से विकसित नहीं किया गया है। भारत वैश्विक स्तर पर कोरोनारोधी टीके के विकास और निर्माण में सबसे आगे है। हालांकि, टीका उत्पादन, उसके प्रभाव और वितरण की राह में अभी कई चुनौतियां हैं। लेकिन, उम्मीद है कि भारत की आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण 2022 के अंत तक हो पाएगा। प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक डॉ. गगनदीप कंग ने इस बाबत विस्तार से बातचीत की। डॉ. कंग कोएलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (सीईपीआई) की उपाध्यक्ष और तमिलनाडु के वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) में प्रोफेसर हैं। बता दें कि कोविड-19 से जंग में सबकी आस कोरोनारोधी टीके के आने पर टिकी है। हालांकि, सबसे गरीब और कमजोर लोगों को टीका मुहैया कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। डॉ. गगनदीप कंग ने उम्मीद जताई कि भारत के पास 2021 की पहली तिमाही में एक अधिकृत टीका होगा।