1 – आज राष्ट्रपति से मिलेंगे विपक्ष के नेता, किसानों को लिखित प्रस्ताव देगी सरकार
किसानों की तरफ से बुलाए भारत बंद के बाद विपक्ष राष्ट्रपति का दरवाजा खटखटाएगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। विपक्षी नेताओं की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात बुधवार यानी आज शाम पांच बजे होगी।
मुलाकात के पहले विपक्षी नेताओं की बैठक हो सकती है। सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कल बताया कि विपक्षी नेता बुधवार शाम को पांच बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से सिर्फ पांच नेताओं को राष्ट्रपति से मुलाकात की इजाजत दी गई है। बता दें कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी पार्टियां भारत बंद का समर्थन कर चुकी हैं।
दरअसल, भाजपा ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पवार ने राज्यों को आगाह किया था कि अगर सुधार नहीं किए गए, तो केंद्र की तरफ से वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी। लेकिन अब पवार खुद विरोध कर रहे हैं।
2 – कोरोना वैक्सीन : कोरोना वैक्सीन की मंजूरी का है इंतजार, टीकाकरण को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की तैयारियां करीब-करीब पूरी कर ली गई हैं। बस, टीके को नियामक की मंजूरी मिलने का इंतजार है। सरकार ने कहा कि टीके को मंजूरी मिलने के कुछ समय बाद टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि टीकाकरण को लेकर बनाए गए राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) ने सबसे पहले कोरोना टीका स्वास्थ्यकर्मियों को देने की सिफारिश की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण एवं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि औषधि नियामक कोरोनारोधी के तीन टीकों पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इनमें से सभी को या किसी एक-दो को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है। एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों एवं दो करोड़ अग्रिम पंक्ति के कार्मिकों को सबसे पहले टीका लगाने की तैयारी है। टीकाकरण की तैयारियां की जा चुकी हैं। को-विन सॉफ्टवेयर पर अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यकर्मियों के बारे में आंकड़ा अपलोड किया जा रहा है। इसके जरिए पूरे कार्यक्रम पर नजर रखी जाएगी। बता दें कि देश में कोविड-19 के कुल नौ टीकों पर काम चल रहा है।
3 – भारत बंद में किसान संगठनों के पीछे खड़ी दिखी राजनीतिक पार्टियां
मंगलवार को भारत बंद में विपक्षी राष्ट्रीय-क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियां के अलावा ट्रांसपोर्ट यूनियन, रेलवे यूनियन, बैंक यूनियन, पेट्रोल पंप एसोसिएशन आदि किसान संगठनों के पीछे मजबूती से खड़े दिखाई दिए। हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी, जबरिया बाजार बंद जैसे कृत्यों से आंदोलन अछूता रहा। दिल्ली के सिंघु बार्डर पर किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने भारत बंद के एक दिन पहले सभी राजनीतिक दलों से अपना झंडा-बैनर नहीं लाने का अनुरोध किया था।
किसान संगठनों ने पीछे 13 दिनों में राजनीतिक दलों को अपने मंच का इस्तेमाल नहीं करने दिया। भारत बंद में राजनीतिक पार्टियों किसान संगठनों के पीछे खड़े थे। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में राजनीतिक दलों ने अपने तरीके से चार घंटे के चक्का जाम में सहयोग किया। बता दें कि भारत बंद के तहत 90 लाख ट्रकों का चक्का जाम किया।
4 – DELHI FOG : दिल्ली में दूसरे दिन भी दिखी कोहरे की घनी चादर
भारत के मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सुबह कोहरे का असर देखा गया। आईएमडी वैज्ञानिकों के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला (शहर के मौसम के लिए आधिकारिक मार्कर) के साथ-साथ पालम मौसम केंद्र पर सुबह के समय मध्यम कोहरा देखा गया, जिससे दृश्यता 300 मीटर से भी कम हो गई। ये सीजन का पहला घना कोहरा था जो दिल्ली ने देखा था।
दिल्ली ने मंगलवार को बेहद खराब क्षेत्र में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 383 दर्ज किया। हालाँकि, विवेक विहार, आनंद विहार, नरेला, जहाँगीरपुरी, नेहरू नगर, पंजाबी बाग जैसे कई निगरानी स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी (400 और अधिक का एक्यूआई मूल्य) में थी।
आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, “उच्च नमी की मात्रा, जो कि तेज हवाओं के परिणामस्वरूप थी, मंगलवार को कम होने लगी और इसलिए कोहरे की तीव्रता कम थी। हमें उम्मीद है कि अगले तीन से चार दिनों में कोहरा मध्यम श्रेणी में आ जाएगा, हालांकि नमी कम हो गई है, हवा की गति में अधिक वृद्धि नहीं हुई है और इसलिए आने वाले सप्ताह में हवा की गुणवत्ता में कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।
5- कोविड-19 : लड़ाई के लिए जो बाइडेन ने तैयार की हेल्थ टीम, भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर भी शामिल
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन ने मंगलवार (स्थानीय समय) को औपचारिक रूप से अपने आने वाले प्रशासन के स्वास्थ्य दल के प्रमुख सदस्यों की घोषणा की, जिसमें भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति शामिल हैं। ये दल कोविड-19 महामारी को लेकर प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेगा। लमिंगटन, डेलावेयर से एक ब्रीफिंग में बाइडेन ने कहा कि “आज मुझे एक ऐसी टीम की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है जो बस एक चीज पर काम करेगी।
यह अपने क्षेत्र, संकट का परीक्षण करने वाले विश्व स्तर के विशेषज्ञों की एक टीम है, जिन्हें कर्तव्य, सम्मान और देशभक्ति की गहरी भावना से परिभाषित किया जा सकता है।” बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति को सर्जन-जनरल, जेवियर बेसेरा को स्वास्थ्य और मानव सेवा (एचएचएस) के सचिव के रूप में नामित किया, डॉ रोशेल वालेंस्की को सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के निदेशक के रूप में, डॉ एंथोनी फौसी को राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सलाहकार के रूप में नामित किया। बता दें कि बाइडेन ने पहले 100 दिनों में बच्चों के लिए मास्क, टीकाकरण और स्कूल खोलने सहित तीन प्रमुख लक्ष्यों को रेखांकित किया।