1 – Weather update : दिल्ली में अभी करना होगा मानसून का इंतजार
लोगों को अभी भी मानसून का इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी इसमें दो-तीन दिन लग सकते हैं। हालांकि 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। इसके बाद अगले तीन दिन तक बहुत हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। बारिश का यह दौर 18 जून तक जारी रहेगा। उसके बाद तापमान में एक से दो डिग्री बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी मध्यम बारिश होने और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई थी। लेकिन दिन भर तेज धूप ने लोगों का खूब पसीना निकाला। सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 38.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोदी रोड में अधिकतम तापमान सबसे अधिक 39 डिग्री व पालम में 38.7 डिग्री दर्ज किया गया।
2 – 80 फीसदी से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लेने से पहले नहीं कराया पंजीयन
80 फीसदी से अधिक लोगों ने वैक्सीन लेने से पहले कोविन वेबसाइट पर पंजीयन नहीं कराया था। इन लोगों ने अस्पताल या टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर वहां के स्वास्थ्य कर्मचारी के जरिये पंजीयन (वॉक-इन) कराया और उसके बाद वैक्सीन ली है। यह जानकारी देते हुए कोविन वेबसाइट के प्रमुख और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि वैक्सीन की आपूर्ति और मांग के बीच काफी अंतर है। वॉक इन की वजह से यह परेशानी काफी दिक्कत दे सकती है। इसीलिए एक बार फिर राज्यों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि 18 से 44 वर्ष की आयु वालों को वॉक इन सिर्फ कुछ ही शर्तों पर स्वीकार किया जाए। जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट नहीं है उन्हें वॉक इन की छूट है।
3 – LAC Conflict : गलवान झड़प का एक साल पूरा, जानें चीन को जवाब देने के लिए कैसी है भारत की तैयारी
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प के एक साल पूरे हो गए हैं। इतने दिनों के बाद दोनों पक्षों के बीच विश्वास बहाल नहीं होने के बावजूद भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार है। रक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े लोगों ने बताया कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प ने भारतीय सुरक्षा क्षेत्र के योजनाकारों को चीन से निपटने में देश का रुख तय करने के साथ ही छोटी अवधि में और दूरगामी खतरे का आकलन करते हुए रणनीति तैयार करने में मदद मिली। पिछले करीब पांच दशकों में सीमाई क्षेत्र में सबसे घातक झड़प में पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में भारत के 20 सैनिकों की मौत हो गई जिसके बाद दोनों सेनाओं ने टकराव वाले कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर जवानों और हथियार समेत साजो-सामान की तैनाती कर दी।
4 – डोमिनिका की अदालत ने मेहुल चौकसी के अवैध प्रवेश मामले में 25 जून तक स्थगित की सुनवाई
डोमिनिका की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी के कैरेबियाई द्वीपीय देश में अवैध तौर पर दाखिल होने से जुड़ी सुनवाई 25 जून तक स्थगित कर दी। डोमिनिका के स्थानीय मीडिया में ये खबरें आई हैं। चोकसी की कानूनी टीम ने अदालत को डोमिनिका चाइना फ्रेंडशिप हॉस्पिटल के डॉक्टरों का एक चिकित्सीय प्रमाणपत्र पेश किया जिसमें बताया गया कि चोकसी मानसिक अवसाद में है और उसका रक्त चाप बढ़ गया है। मुख्य मजिस्ट्रेट केरेटे जॉर्ज ने मामले की सुनवाई 25 जून तक स्थगित कर दी और चोकसी को अस्पताल में पुलिस की निगरानी में रखने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से चोकसी को आगे की हिरासत के लिए 17 जून को उसे अदालत के समक्ष पेश करने को कहा।
5 – NDA में भी अलग-थलग पड़े चिराग पासवान, क्या आगे भाजपा देगी साथ?
लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान न सिर्फ अपनी पार्टी बल्कि एनडीए में भी अलग-थलग पड़ गए हैं। बिहार विधानसभा के चुनाव में एनडीए और खासकर नीतीश कुमार और जदयू को नुकसान पहुंचाने के फलस्वरूप वह दल और गठबंधन दोनों में हाशिए पर पहुंच गये। तब जदयू को लोजपा प्रत्याशियों के कारण कम से कम 36 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था। यह बात दीगर है कि चिराग की यह रणनीति उनकी अपनी भी पार्टी के काम नहीं आयी थी। विधानसभा चुनाव में चिराग यह कहते नहीं थकते थे कि वे पीएम मोदी के हनुमान हैं और चुनाव बाद बिहार में भाजपा और लोजपा की सरकार बनेगी। उधर बिहार में एनडीए के दोनों प्रमुख दल भाजपा और जदयू की लोजपा के भीतर चल रही कवायद पर पिछले कई दिनों से पैनी नजर बतायी जा रही है। चाहे मामला लोकसभा अध्यक्ष से मिलने का हो, जुटने का हो या अन्य गतिविधियां हुई हों।