1 – किसान आंदोलन : दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आज सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला
किसानों के प्रदर्शन का आज 21वां दिन होने आया है लेकिन कोई रास्ता निकलता नहीं दिख रहा है। न तो सरकार कानून वापस लेने के जरा भी संकेत दे रही है न किसान धरना छोड़ने के। इस बीच आज सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कि बॉर्डर पर किसान टिकेंगे या उन्हें कहीं और भेजा जाएगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में किसान आंदोलन से जुड़ी अब तक तीन याचिकाएं दाखिल की गई हैं। चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई करेगी। यह याचिका कानून के छात्र ऋषभ शर्मा ने दायर की थी। इस याचिका में दिल्ली बॉर्डर से किसानों को हटाने की मांग है। साथ ही कहा गया है कि लोगों के इकट्ठा होने से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। याचिका में आगे कहा गया कि लोगों को हटाना आवश्यक है, क्योंकि इससे सड़कें ब्लॉक हो रही हैं व इमरजेंसी और मेडिकल सर्विस भी बाधित हो रही है। प्रदर्शनकारियों को सरकार द्वारा तय स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
2 – कोरोना पॉजिटिविटी रेट : गिरावट जारी, 5 महीने बाद आई यह बड़ी राहत
मंगलवार को कोविड-19 के 23 हजार से कम नए मामले सामने आए। कोरोना के औसत रोजाना मामलों में लगातार पिछले पांच हफ्तों से गिरावट देखी जा रही है, जो कि राहत भरी खबर है। वहीं, मरीजों के ठीक होने की दर भी 95 प्रतिशत से अधिक हो गई है। यह दर विश्व में सबसे अधिक संक्रमण वाले देशों में सर्वाधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना के रोजाना मामलों की वृद्धि दर में लगातार कमी आ रही है। 9 से 15 नवंबर के बीच पॉजिटिविटी रेट 4.32 फीसदी थी जबकि 16 से 22 नवंबर के बीच यह दर 4.08 फीसदी पर आ गई। वहीं, 23 से 29 नवंबर के बीच यह 3.82 फीसदी, 30 नवंबर से छह दिसंबर के बीच 3.36 फीसदी दर्ज की गई। राहत की बात है कि बीते सप्ताह में यह दर 3.16 फीसदी पर आ गई है। मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 के 22,065 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 99.06 लाख हो गए हैं। वहीं 354 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,43,709 हो गई।
3 – WEATHER UPDATES : उत्तर भारत कड़ाके की ठंड से कांपा, जानें कहां कैसा रहा सर्दी का सितम
उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को ठंड बढ़ गई और कई राज्यों पर कोहरे की घनी चादर छाई रही। जबकि कश्मीर में रात्रि तापमान गिरकर शून्य से नीचे पहुंच गया। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कोहरे का असर बना रहा। उत्तर प्रदेश में दूरदराज के इलाकों में हल्की बारिश भी हुई, जबकि हरियाणा एवं पंजाब में पारा सामान्य से नीचे बना रहा। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान शुष्क मौसम होने के बावजूद भी केलांग और कल्पा में पारा शून्य से नीचे दर्ज किया गया। आईएमडी के अनुसार, पारा अभी और गिरने के आसार हैं। केंद्रशासित प्रदेश में जम्मू एवं कश्मीर की कश्मीर घाटी में रात्रि तापमान गिरकर जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10.2 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया। गुलमर्ग सबसे सर्द रहा। कल्पा में पारा शून्य से 1.7 डिग्री नीचे रहा। आईएमडी के अनुसार, पारा अभी और गिरने के आसार हैं।
4 – एस-400 खरीद : तुर्की पर अमेरिकी प्रतिबंध से जानें कैसे बढ़ा भारत पर दबाव
रूस से एस- 400 मिसाइल सिस्टम खरीदने की वजह से सोमवार को तुर्की पर लगाए गए प्रतिबंध से भारत पर भी दबाव बढ़ गया है। पूर्व राजनयिकों का मानना है कि भारत को इस संबंध में अमेरिकी रियायत के लिए अपने प्रयास तेज करने होंगे। भारत और रूस के बीच इस पर समझौता हो चुका है। रूस को अभी इस एडवांस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति करनी है। पूर्व विदेश सचिव शशांक ने कहा, अमेरिका ने अभी भारत को एस- 400 डील पर कोई छूट नहीं दी है। तुर्की पर प्रतिबंध भारत के लिए भी संकेत है। उन्होंने कहा कि भारत की बातचीत चल रही है। हमें बातचीत तेज करनी होगी, जिससे किसी भी तरह की असहज स्थिति का सामना न करना पड़े। शशांक ने कहा भारत अमेरिका का बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदार है। दोनों की रणनीतिक साझेदारी नए मुकाम पर हैं। ऐसे में अमेरिका के लिए भी भारत को लेकर अलग दृष्टिकोण रखना होगा। बता दें कि सामरिक मामलों के जानकार पी के मिश्रा ने कहा कि एस- 400 डील भारत के लिए बहुत ही अहम है। भारत इससे पीछे नहीं हटेगा।
5 – भाजपा VS तृणमूल : अमित शाह के दौरे से पहले पश्चिम बंगाल का चढ़ा सियासी पारा
पिछले दिनों राज्य के दौरे पर गए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए पथराव के बाद भाजपा व तृणमूल कांग्रेस में टकराव बढ़ गया है। भाजपा के कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई है। अब गृह मंत्री अमित शाह इस सप्ताह दो दिन के पश्चिम बंगाल के दौरे पर जा रहे हैं। इस बीच भाजपा ने मंगलवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। पश्चिम बंगाल में बढ़ रही राजनीतिक हिंसा के बीच भाजपा ने भी पूरी तरह मोर्चा संभाल लिया है। उसके बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं, ताकि कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रहे और वह तृणमूल कांग्रेस के मुकाबले डटे रहें। यही वजह है कि गृह मंत्री अमित शाह इस सप्ताह राज्य के दौरे पर जा रहे हैं। इसके पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य का दौरा किया था। इस घटना के जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ केंद्र सरकार ने एक्शन भी लिया, जिससे तनाव और बढ़ा। इस बीच भाजपा ने राज्य में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।