1 – WINTER UPDATE : इस साल उत्तर भारत में क्यों पड़ेगी कड़ाके की ठंड ?
भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही उत्तर भारत में रात का तापमान सामान्य से कम रहने और दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना व्यक्त की थी। इस साल ज्यादा दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ने की उम्मीद है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लूएमओ) ने कहा कि विभिन्न मौसम संबंधी मापदंडों से मिले संकेत के मुताबिक फिलहाल ला नीना अपने चरम पर है। यह सितंबर से शुरू हुआ है और अगली गर्मियों तक ही अपनी स्वाभाविक स्थिति में लौटेगा। इतना ही नहीं वैज्ञानिकों ने कहा कि अगले साल मई, जून और जुलाई के साथ ही मॉनसून पर भी इसका असर पड़ेगा। मौसम विज्ञान विभाग, पुणे के वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पाई ने कहा कि जैसा कि हमने पहले ही कहा था कि इस साल उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है। उन्होंने इस बार अधिक सर्दी और ज्यादा शीत लहर चलने की संभावना भी व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर ला नीना भारतीय मानसून की मदद करता है। बता दिए कि ला नीना प्रशांत महासागर में पानी ठंडा होने से जुड़ी एक प्राकृतिक घटना है। पूर्वी प्रशांत महासागर क्षेत्र के सतह पर निम्न हवा का दबाव होने पर यह स्थिति पैदा होती है। इससे समुद्री सतह का तापमान काफी नीचे चला जाता है।
2 – दो दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार की रात गुवाहाटी पहुंचे, जहां असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनकी अगवानी की। पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक हिमंत विश्व सरमा ने बताया कि असम की अपनी यात्रा के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह राज्य पार्टी कोर समिति और बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के नवनिर्वाचित सदस्यों से मुलाकात करेंगे। असम में शाह के आधिकारिक कार्यक्रम में मध्य असम के बाताद्रव में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान के सौंदर्यीकरण कार्यक्रम की आधारशिला रखना शामिल है। सरमा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह गुवाहाटी में 860 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले देश के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला भी रखेंगे।
3 – जम्मू-कश्मीर : आज ‘पीएम-जय’ योजना शुरू करेंगे मोदी, 15 लाख लोगों को मिलेगा मुफ्त बीमा कवर
आज आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ‘सेहत’ की शुरुआत करेंगे। इस योजना को पीएम-जय के नाम से भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री 26 दिसंबर को दोपहर 12 बजे वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से संघशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत पीएम-जय सेहत की शुरुआत करेंगे। इस योजना में जम्मू एवं कश्मीर के सभी निवासियों को शामिल किया जाएगा।’ बयान में कहा गया कि यह योजना जम्मू-कश्मीर संघशासित प्रदेश में रहने वाले सभी लोगों को मुफ्त बीमा कवर प्रदान करती है। इसके अंतर्गत जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों को फ्लोटर बेसिस पर पांच लाख रुपये प्रति परिवार वित्तीय कवर उपलब्ध कराया जाएगा। बयान के मुताबिक, ‘पीएम-जय के परिचालन विस्तार से 15 लाख (लगभग) अतिरिक्त परिवारों को लाभ होगा।
4 – किसान आंदोलन : गतिरोध के बीच किसानों ने दिए बातचीत के संकेत, आज अहम बैठक
किसानों के आंदोलन का एक महीना पूरा हो गया है। सड़क पर रात गुजार रहे किसान सर्द हवाओं की चपेट में आकर भले ही एक पल को कांपने-डोलने लगते हों, लेकिन उनके इरादे अभी नही डोले हैं। किसान इन तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग पर बरकरार हैं। इस बीच किसानों और सरकार के बीच पांच से छह राउंड की वार्ता हुई लेकिन गतिरोध खत्म नहीं हो पाया है। साल 2020 अब कुछ ही दिनों का मेहमान है। नए साल में सरकार से लेकर किसान सभी यही उम्मीद कर रहे हैं कि किसानों की इन मांगों का सर्वमान्य हल निकले। इस सिलसिले में आज शनिवार को किसान संगठनों की अहम बैठक होने जा रही है। इस मीटिंग में किसान संगठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बातचीत के लिए दी गई नई पेशकश पर चर्चा करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
5 – आंदोलन की वजह से पेट्रोल पंपों को नहीं मिल रहे ग्राहक, फल और सब्जी मंडियों पर भी बुरा असर
महीने भर से किसान डेरा जमाए बैठे हैं. जिसका प्रभाव अर्थव्यवस्था के कई हिस्सों पर भी पड़ रहा है. पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने खुलासा किया है कि इन चारों बॉर्डर पर स्थित पेट्रोल पंपों की सेल महीने भर से जीरो है. राजस्थान के पास भी पेट्रोल-डीजल के कारोबार पर गहरा असर पड़ा है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अजय बंसल ने बताया कि करीब 27 पेट्रोल पंपों की सेल निल है। इतना ही नहीं किसान और सरकार के बीच गतिरोध को एक महीना बीत जाने के बाद अब इन पंपों से जुड़े कर्मियों की रोजी-रोटी पर भी संकट आ पड़ा है। ऐसे में इसका समाधान जल्दी निकलना चाहिए। इस समस्या का हल ना निकलने की स्थिति में पेट्रोल पंप एसोसिएशन तेल कंपनियों से सहायता की मांग करेगा।