1 – बैकफुट पर पाकिस्तान, डेनियल पर्ल के हत्यारों की रिहाई की समीक्षा करने को तैयार
पाकिस्तान की तरफ से पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के मुख्य आरोपी को रिहा करने के आदेश पर अमेरिका से मिली फटकार के बाद इस्लामाबाद सरकार बैकफुट पर है। अब पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की है कि वह सिंध प्रशासन की ओर से पर्ल के हत्यारे कि रिहाई के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत में पुणर्विचार याचिका में पार्टी बनेगी। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पर्ल की हत्या के मुख्य आरोपी ब्रिटिश मूल के अल-कायदा आतंकी अहमद उमर सईद और उसके तीन सहयोगियों को रिहा करने का आदेश दिया था। अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकेन के पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से फोन पर बात करने के एक दिन बाद ही इस्लामाबाद सरकार की ओर से यह घोषणा की गई है। बातचीत से पहले भी ब्लिंकेन ने यह कहा था कि पाकिस्तान पर्ल को न्याय दिलवाए वरन अमेरिका उसके हत्यारों को सजा देने के लिए तैयार है। बता दें कि साल 2002 में कराची में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशिया ब्यूरो प्रमुख पर्ल (38) का सिर कलम करके हत्या कर दी गई थी।
2 – POCSO ACT : अटपटे फैसले देने वाली जज की मुश्किलें बढ़ीं, खतरे में पड़ी नौकरी
जस्टिस पुष्पा को लेकर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने एक फैसला लिया है। कोलेजियम ने जस्टिस पुष्पा की परमानेंट जज की पुष्टि को होल्ड पर डाल दिया है। बता दें कि उनके प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस (पोक्सो) अधिनियम के तहत बच्चों पर यौन हमले पर उनके विवादास्पद फैसलों को देखते हुए कोलेजियम ने ये कदम उठाया है। जस्टिस पुष्पा गनेदीवाला की नौकरी पर फिलहाल तलवार लटक रही है। 12 फरवरी को अतिरक्त न्यायधीश के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है। अगर उनके कार्यकाल का विस्तार करने का फैसला नहीं किया जाएगा, तो वह जज नहीं रह जाएंगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे के नेतृत्व में एससी कोलेजियम को ये फैसला लेना है।
3 – टिकैत ने कहा – सरकार बताए कानून रदद् न करने के पीछे क्या मजबूरी
नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताए कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और ‘हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे। ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहा, ‘सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नए कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?’ उन्होंने कहा, ‘सरकार किसानों को अपनी बात बता सकती है। किसान ऐसे लोग हैं जो पंचायती राज में विश्वास करते हैं। हम कभी भी दुनिया के सामने सरकार का सिर शर्म से नहीं झुकने देंगे।
4 – WEATHER ALERT : बिहार में हांड़ कंपाने वाली ठंड के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी
राज्य के अधिकतर हिस्से कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने सूबे में दो फरवरी तक औरेंज अलर्ट जारी कर लोगों को सचेत रहने की अपील की है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो तीन दिनों तक सूबे में मौसम की यही स्थिति रहने वाली है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तर पश्चिम दिशा से आ रही तेज रफ्तार हवाओं के बहने से कहीं शीत दिवस तो कहीं शीत लहर के हालात बने हैं। गया और भागलपुर को न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहने की वजह शीतलहर से प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। अधिकतर जिलों में अधिकतम या न्यूनतम पारा सामान्य से आठ से 11 डिग्री तक नीचे चला आया है। सूबे के शेष भाग में में कोल्ड डे जैसे हालात बनने से जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। आम लोग के साथ साथ पशु पक्षी भी बेहाल हैं। बिहार में बर्फीली हवाओं के प्रवाह से हाड़ कंपाने वाली ठंड की स्थिति बनी हुई है।
5 – MANN KI BAAT : पीएम मोदी आज करेंगे देशवासियों के साथ मन की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों के साथ संवाद करेंगे। कार्यक्रम ऐसे वक्त में हो रहा है जब राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। ठीक एक दिन बाद यानी सोमवार को संसद में देश का बजट भी पेश किया जाना है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों समेत अन्य मसलों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोल रखा है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कोविड-19 टीकाकरण पर भी अपनी बात रख सकते हैं। प्रधानमंत्री का संवाद सुबह 11 बजे शुरू होगा। इस कार्यक्रम को आकाशवाणी पर लाइव सुना जा सकता है।