स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस वाले बयान को लेकर टिप्पणी करना समाजवादी पार्टी की नेता को भारी पड़ गया। सपा ने पार्टी नेता डा. रोली तिवारी और ऋचा सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जानकारी के अनुसार, दोनों ने रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के खिलाफ आवाज उठाई थी। ऋचा सिंह ने एक ट्वीट में पार्टी नेतृत्व से कहा कि वह लोगों को उनके निष्कासन के कारण के बारे में बताएं।
सांप्रदायिक और धार्मिक मुद्दों पर बहस से बचने को कहा है : सपा अध्यक्ष
जानकारी के मुताबिक़, इस कार्रवाई से सपा अध्यक्ष ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि पार्टी मौर्य के रुख का समर्थन कर रही है और इस मुद्दे पर किसी तरह की असहमति बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी ने अपने नेताओं और पदाधिकारियों को सांप्रदायिक और धार्मिक मुद्दों पर बहस से बचने और राजनीतिक और बुनियादी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भी कहा है।
सपा पार्टी डॉ. राम मनोहर लोहिया से प्रेरणा लेती है : प्रवक्ता
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने एक बयान में कहा, पार्टी के सभी कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारी, प्रवक्ता और मीडिया पैनलिस्ट यह ध्यान रखें कि समाजवादी पार्टी डॉक्टर राम मनोहर लोहिया (पार्टी आइकन) के आदशरें लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद से प्रेरणा लेती है।
चौधरी ने कहा, समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है और पार्टी जातिगत जनगणना (सामाजिक न्याय के लिए) की मांग करती रहेगी। किसान, युवा और समाज के सभी वर्ग परेशान हैं। महिलाओं और लड़कियों को अपमान का सामना करना पड़ रहा है और पूरे राज्य में अराजकता है। उन्होंने कहा, धार्मिक मुद्दे संवेदनशील होते हैं और हमें इनमें नहीं फंसना चाहिए।