अभी हाल ही में कुछ दिनो पहले मंत्रिमण्डल विस्तार करने वाले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार के विभागों का बटवारा किया है।
उन्होंने उप- मुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त विभाग देखेंगे। शिवसेना के अन्य मंत्रियों में सुभाष देसाई उद्योग और आदित्य ठाकरे पर्यावरण और पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे।
वही , एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी मिली है। साथ ही शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय मिला है।
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व विभाग सौंपा गया है। इसके अलावा अशोक चव्हाण को PWD मंत्री बनाया गया है।
विस्तार से जानिए ! आखिर किस-किस को मिला कौनसा पद ?
अनिल देशमुख – गृह विभाग
अजित पवार – वित्त व नियोजन
जयंत पाटिल – जल संसाधन (सिंचाई)
छगन भुजबल – फूड और सिविल सप्लाई
दिलिप वाल्से पाटिल- एक्साइज एंड लेबर
जितेंद्र अवहाद – आवास
राजेश तोपे – स्वास्थ्य
राजेंद्र शिंगने – खाद्य एवं औषधि प्रशासन
धनंजय मुंडे – सामाजिक न्याय
कांग्रेस के नेताओं को क्या मिला?
नितिन राउत – ऊर्जा
बालासाहेब थोराट – राजस्व
वर्षा गायकवाड़ – स्कूली शिक्षा
यशोमति ठाकुर – महिला और बाल कल्याण
केसी पाडवी – आदिवासी विकास
सुनील केदार – डेयरी विकास व पशुसंवर्धन
विजय वड्डेटीवार – ओबीसी कल्याण
असलम शेख – कपड़ा, बंदरगाह
अमित देशमुख – स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति
शिवसेना के मंत्री और उनके विभाग
आदित्य ठाकरे – पर्यावरण, पर्यटन
एकनाथ शिंदे – नगरविकास (MSRDC)
सुभाष देसाई – उद्योग
संजय राठोड़ – वन
दादा भुसे – कृषि
अनिल परब – परिवहन,संसदीय कार्य
संदीपान भुमरे – रोजगार हमी (EGS)
शंकरराव गडाख – जल संरक्षण
उदय सामंत – उच्च व तकनीकी शिक्षा
गुलाब राव पाटिल – जलापूर्ति
बता दें कि इससे पहले अक्टूबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन के रूप में चुनाव लड़कर क्रमशः 105 और 56 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। लेकिन मुख्यमंत्री पद और 50-50 फॉर्मूले की मांग को लेकर शिवसेना ने बीजेपी के साथ अपने तीन दशक लंबे संबंधों को तोड़ लिया था।
इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ महा विकास अघाडी (गठबंधन) बनाया था और राज्य में बहुमत वाली सरकार का गठन किया था। इस गठबंधन सरकार में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। उनके साथ शपथ ग्रहण में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो विधायक भी मंत्री बनाए गए थे। इसके अलावा बीते 30 दिसंबर को तीनों पार्टियों के छत्तीस विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।