उदयनिधि ने कहा, "डीएमके किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है।" दिवंगत द्रमुक विचारक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सी.एन.अन्नादुरई का हवाला देते हुए उदयनिधि ने कहा कि 'यदि कोई धर्म समानता और जातिविहीन समाज की वकालत कर रहा है, तो वह एक आध्यात्मिक व्यक्ति बन जाएंगे, लेकिन यदि कोई धर्म जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है, तो वह इसका विरोध करने वाले पहले व्यक्ति होंगे।'