सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या में बाबरी मस्जिद को लेकर दिए फैसले पर बीजेपी सांसद उमा भारती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उमा भारती न कहा है कि अयोध्या हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है लेकिन मुसलमानों के लिए नहीं है, क्योंकि उनके लिए मक्का है। इस दौरान उन्होंने दो टूक कहा कि अयोध्या में चल रहा मंदिर-मस्जिद मामला धार्मिक विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि इसे धार्मिक विवाद बनाया गया है।
उमा भारती ने कहा, ‘अयोध्या हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है क्योंकि यह राम जन्मभूमि है लेकिन मुसलमानों के लिए यह धार्मिक स्थान नहीं है, उनके लिए मक्का है।’ उमा ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं था, इसे बनाया गया था और अंत में यह भूमि विवाद में बदल गया। राहुल गांधी के राम प्रेम पर उमा भारती बोलीं कि राम का नाम लेने पर 1993 में BJP की राज्य सरकारें गिरा दी थीं। वो सोच रहे होंगे कि जनता भूल गई होगी, लेकिन जनता भूली नही हैं, बल्कि राहुल गांधी भूल गए होंगे।
उमा भारती का बयान, कहा- हम श्रीराम नहीं जो साथ खाने से दलित पवित्र हो जाएंगे
राहुल गांधी और राम पर बोली उमा ”एक मालपुआ है दूसरा पिज्जा है’। आरक्षण के मुद्दे पर उमा भारती बोलीं कि जातिगत आधार पर आरक्षण को कभी मिटाया नहीं जा सकता,। आपको बता दें कि 5 दिसंबर 2017 को अयोध्या मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यह मामला महज जमीन विवाद है। लेकिन इसी दौरान मुस्लिम पक्षकार की ओर से पेश राजीव धवन ने कहा कि मुस्लिमों को नमाज पढ़ने का अधिकार है और उसे बहाल किया जाना चाहिए।
जिसके बाद गुरुवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद में नमाज इस्लाम में अनिवार्य नहीं बताने वाले अपने पूर्व के फैसले को बरकरार रखते हुए इसे बड़ी बेंच में भेजने से इनकार कर दिया।