मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को दो साल पूरे होने पर आज केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है। देखना दिलचस्प होगा की इस नए कैबिनेट में किस नए चेहरे को जगह मिलती है, या किसको बाहर किया जाएगा। आज शाम 6 बजे कैबिनेट में विस्तार होगा और नए मंत्री आज ही शपथ लेंगे।
कैबिनेट विस्तार से पहले संभावित मंत्रियो ने पीएम आवास का रुख करना शुरू कर दिया है। बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, अजय भट्ट, महाराष्ट्र के नेता नारायण राणे, यूपी की नेता अनुप्रिया पटेल पीएम आवास पहुंची हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पीएम आवास पहुंच गए हैं।
बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव, हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, कर्नाटक से सांसद शोभा करंदलाजे, महाराष्ट्र से सांसद प्रीतम मुंडे, लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के पशुपति पारस और जनता दल (यूनाइटेड) के आरसीपी सिंह सहित कुछ अन्य नेता भी पीएम आवास में मौजूद हैं।
23-24 नए चेहरे हो सकते हैं शामिल
नए कैबिनेट में अच्छा प्रदर्शन करने और क्षेत्रीय समीकरणों के चलते कई राज्यमंत्रियों को प्रोन्नति, खराब प्रदर्शन करने वाले कई मंत्रियों की छुट्टी, नए चेहरों को जगह, सहयोगी दलों की फिर से एंट्री तथा कई मंत्रियों के विभागों का बोझ कम किया जाना शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट में 23-24 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।
जी किशन रेड्डी-अनुराग ठाकुर को मिल सकता है प्रमोशन
सूत्रों के अनुसार, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर और पुरषोत्तम रूपाला का प्रमोशन किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वह भी पीएम आवास पहुंच चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जो नए चेहरे पीएम आवास पहुंचे हैं उन्हें मंत्रीपद दिया जा सकता है।
कैबिनेट में युवा चेहरों का बढ़ेगा आकर
सूत्रों ने कहा कि नए कैबिनेट में युवा होगा और इसमें सभी समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व होगा, जबकि कुछ ऐसे मंत्रियों को हटा दिया जाएगा, जिन्होंने कोई खास काम नहीं किया है, क्योंकि प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से वर्तमान मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की है। नए केंद्रीय कैबिनेट औसत आयु के मामले में सबसे कम उम्र का होगा और केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक के राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति का फैसला भी इसी दिशा में लिया गया हो सकता है।
सूत्र के अनुसार, राज्यों को उसके आकार के आधार पर प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और बड़े राज्यों के सभी क्षेत्रों को नई मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिलेगा। सभी चुनावी राज्यों के सामाजिक समीकरणों को भी फेरबदल में शामिल किया जाएगा। पता चला है कि कैबिनेट फेरबदल में युवा और नए चेहरों को भी तवज्जो दी जाएगी।
गठबंधन के सहयोगियों को भी फेरबदल में मंत्री पद दिया जा सकता, विशेष रूप से जनता दल-युनाइटेड (जद-यू) और अपना दल, जिनका वर्तमान में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एक सूत्र ने कहा, जद (यू) और अपना दल 2019 से केंद्र सरकार का हिस्सा नहीं थे। गठबंधन के दोनों सहयोगी केंद्र सरकार में होने वाले फेरबदल में शामिल होंगे।