केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना चौथा बजट पेश करने जा रही हैं। वित्त मंत्री मंत्रालय से 'बही खाता' लेकर निकल चुकी हैं। वह एक टैब के जरिए संसद में बजट पेश करेंगी। इस बजट को भी बही खाता का नाम दिया गया है। कोरोना की तीसरी लहर के बीच आ रहे इस बजट से अर्थव्यवस्था को भी बूस्टर डोज दिए जाने की उम्मीद है।
जनवरी के GST कलेक्शन में 15% की सालाना वृद्धि
बजट पेश होने से पहले सरकार के लिए बड़ी अच्छी जानकारी सामने आई है। देश का जीएसटी संग्रह जनवरी 2022 में सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर 138,394 करोड़ रुपये हो गया। अनुक्रमिक आधार पर, दिसंबर 2021 का संग्रह 129,780 करोड़ रुपये रहा। यह चौथी बार है, जब जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।
वित्त मंत्री का बजट भाषण
वित्त मंत्री सीतारमण लंबे बजट भाषण देने के लिए जानी जाती हैं। 2019 में, उन्होंने भारतीय संविधान के इतिहास में 2 घंटे 15 मिनट का सबसे लंबा भाषण दिया। हालांकि, 2020 में उन्होंने 162 मिनट तक भाषण देकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। उम्मीद है कि इस साल भी उनका भाषण लंबा होगा।
अर्थव्यवस्था और उसकी चुनौतियों पर केंद्रित होगा बजट
बजट सत्र से पहले पहले प्रस्तुत किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक बजट पिछले एक साल में देश की अर्थव्यवस्था, इसके सामने आने वाली प्राथमिक चुनौतियों और उनके संभावित समाधानों पर केंद्रित है। 2014-15 के बाद से ही टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि उनकी ओर से टैक्स में किसी राहत की घोषणा की जा सकती है।