देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ चुकी है और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने संक्रमित पीडितों के इलाज की प्रक्रिया को संशोधित करते हुए होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में कुछ बदलाव किए हैं। सरकार ने ‘होम आइसोलेशन’ की अवधि घटाकर सात दिन कर दी है। ओमिक्रॉन वेरिएंट तीन गुना तेजी से फैल रहा है इसके मद्देनजर सरकार ने यह फैसला लिया है।
देखभाल करने वाले लोगों को भी कराना होगा अपना कोविड परीक्षण
मंत्रालय ने बुधवार को यहां जारी संशोधित दिशा निर्देशों में कहा कि, कोविड संक्रमण के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों को परीक्षण कराने की तिथि से सात दिन तक चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में ‘होम आईसोलेशन’ में रहना चाहिए और यदि अंतिम तीन दिन लगातार बुखार नहीं है, तो आईसोलेशन की अवधि समाप्त हो जाएगी। इसके लिए मरीज के फिर परीक्षण कराने की आवश्यकता नहीं होगी। दिशा निर्देशों में कहा गया है कि, कोविड संक्रमित मरीज की देखभाल कर रहे लोगों में भी यदि कोविड के कोई लक्षण नहीं है, तो उन्हें भी कोविड परीक्षण कराना अनिवार्य नहीं है।
बीते 24 घंटों में आए 58 हजार से अधिक मामले
देश में कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ज्यादा लोगों में हल्के और मध्यम लक्षण सामने आ रहे हैं। उनका इलाज ‘होम आईसोलेशन’ में किया जा रहा है। सबसे ज्यादा मामले दिल्ली और महाराष्ट्र में सामने आए है। राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर तैयारियां कर रही है और नई गाइडलाइन जारी कर रही है। बीते 24 घंटों में देश में 58 हजार 97 नए मामले आए हैं। वहीं, इस दौरान सिर्फ 15 हजार 389 कोरोना मरीज ही ठीक हुए हैं