केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को देश में बीबीसी कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद प्रेस की स्वतंत्रता के बीबीसी के आरोप पर तंज कसते हुए कहा कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर भारत के एजेंडे वाले लोगों के हाथ में है।
अतीत को लेकर क्या बोला हरदीप सिंह पुरी ने जानिए
हमारे कानून बहुत पारदर्शी हैं। अगर कोई कर नहीं दे रहा है और हम उन्हें नोटिस भेजते हैं, तो वे कहते हैं, यह प्रेस की स्वतंत्रता का मुद्दा है, मैं विवरण में नहीं जाना चाहूंगा लेकिन कुछ पुरी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, अतीत में उनके कार्यों से ऐसा लगता है कि वे भारत के एजेंडे वाले लोगों के हाथों में थे। पुरी जम्मू संभाग में अपने मंत्रालय की एक विकास परियोजना के कार्यान्वयन का मूल्यांकन करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को जम्मू पहुंचे। पुरी मंगलवार को जम्मू जिले के आरएस पुरा इलाके में जनसंपर्क अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक में शामिल हुए।
विवादित डॉक्यूमेंट्री, ‘इंडिया द मोदी क्वेश्चन’ प्रकाशित की
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने इस साल फरवरी में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के नई दिल्ली और मुंबई स्थित कार्यालयों की तलाशी ली थी। ब्रॉडकास्टर भारतीय एजेंसियों के रडार पर तब आया जब उसने एक विवादित डॉक्यूमेंट्री, ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ प्रकाशित की, जिसने भारत सरकार की तीखी आलोचना की और देश की छवि को धूमिल किया। आयकर विभाग के एक सर्वे के बाद ईडी ने इससे पहले बीबीसी को समन भेजकर मामले की जांच की मांग की थी। सरकार ने जनवरी में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को YouTube वीडियो और ट्विटर पोस्ट को डॉक्यूमेंट्री के लिंक साझा करने के तुरंत बाद ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। 2002 के गुजरात दंगों में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाने वाले वृत्तचित्र की भारत सरकार और भारतीय जनता के कई वर्गों द्वारा व्यापक रूप से आलोचना की गई थी। बीबीसी को फर्जी समाचार और प्रचार प्रसार के आरोपों का सामना करना पड़ा और भारत सरकार ने प्रसारक पर देश को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।