मोदी सरकार के एक प्रमुख मंत्री ने हाल ही में अजब-गज़ब बयान दिया है। कहा है कि उनका अक्सर राजनीति छोड़ने का मन करता है, क्योंकि उन्हें लगता है कि जीवन में करने के लिए बहुत कुछ है। गडकरी द्वारा अपने गृहनगर नागपुर में शनिवार को की गई इस टिप्पणी ने सियासी जगत का पारा गर्म कर दिया है।
मंत्री ने कहा- राजनीति छोड़ देनी चाहिए…!
सामाजिक कार्यकर्ता गिरीश गांधी के सम्मान में आयोजित एक समारोह में गडकरी ने कहा, “कि कभी-कभी मुझे लगता है कि मुझे राजनीति छोड़ देनी चाहिए। राजनीति के अलावा जीवन में करने के लिए बहुत कुछ है।” केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि उनका मानना है कि राजनीति सामाजिक बदलाव के लिए होती है लेकिन अब यह सत्ता में बने रहने का जरिया बन गई है।
राजनीति है सामाजिक परिवर्तन का साधन
बड़ी बात है कि गिरीश गांधी विधान परिषद के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने 2014 में शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। गडकरी ने दर्शकों को बताया कि उन्होंने हमेशा “गिरीश भाऊ” को राजनीति से दूर रखने की कोशिश की थी। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा, “कि आज हम जो राजनीति देख रहे हैं, वह शत-प्रतिशत सत्ता में आने पर केंद्रित है। राजनीति वास्तव में सामाजिक परिवर्तन का एक साधन है, इसलिए आज के राजनेताओं को समाज में शिक्षा-कला आदि के विकास पर काम करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “कि हमें समझना चाहिए कि राजनीति शब्द क्या है? क्या यह समाज और देश के कल्याण के लिए है या सरकार में रहने के बारे में है।”