कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया के किसी भी कर्मचारी की कोविड-19 के कारण यदि मृत्यू हो जाती है तो उसे दुर्घटनावश मृत्यु माना जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें संबंधित कामगार के परिजनों को उतना ही वित्तीय लाभ मिलेगा जितना कि उन्हें काम करने के दौरान दुर्घटना में मौत होने पर मिलता।
इस कदम से कोल इंडिया के नियमित और ठेके पर काम करने वाले करीब 4 लाख कर्मचारियों को राहत मिली है। मंत्री ने कहा कि कोल इंडिया के कर्मचारियों के जिन परिजनों का कोविड-19 के कारण निधन हुआ है, उन्हें भी संरक्षण मिलेगा।
जोशी ने कहा, ‘‘कोल इंडिया के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड-19 महामारी के दौरान शानदार काम कर रहे हैं। वे लगातार अच्छा काम कर रहे हैं। इसीलिए मैं उन्हें ‘कोयला योद्धा’ कहता हूं।
मैंने देश के लिये उनकी मूल्यवान सेवा को समझते हुए इस लाभ की घोषणा की।’’ देश में बृहस्पतिवार को एक दिन में पहली बार 50,000 से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आये। इससे देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15,83,792 हो गयी है।