सात साल के लम्बे इंतजार के बाद निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड के चारों दोषियों को आज यानि शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे फांसी दे दी गई। इस फांसी के बाद पूरे देश कानून की सराहना कर रही है और इस दिन को ऐतिहासिक बता रही है । इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिए जाने पर कहा कि न्याय की जीत हुई।
वहीं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि निर्भया कांड के दोषियों को फांसी हर अपराधी को यह संदेश देती है कि एक न एक दिन कानून आपको अपने शिकंजे में ले ही लेगा। निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिये जाने को ‘‘ न्याय की जीत’’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमें ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जहां ध्यान महिला सशक्तीकरण, समानता और अवसर प्रदान करने पर हो।
Justice has prevailed.
It is of utmost importance to ensure dignity and safety of women.
Our Nari Shakti has excelled in every field. Together, we have to build a nation where the focus is on women empowerment, where there is emphasis on equality and opportunity.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2020
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ न्याय की जीत हुई है। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना सबसे महत्वपूर्ण है। हमारी नारी शक्ति हर क्षेत्र में आगे बढ़ी है और हमें ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जहां ध्यान महिला सशक्तीकरण, समानता और अवसर प्रदान करने पर हो।”
निर्भया के दोषियों को फांसी देने का NCW और DCW ने किया स्वागत, कहा- यह ऐतिहासिक दिन है
वहीं स्मृति ईरानी ने निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले के चारों दोषियों को फांसी दिए जाने पर कहा कि इससे अपराधियों को सख्त संदेश जाएगा कि वे कानून से भाग नहीं सकते । ईरानी ने कहा कि ‘‘ मैंने इतने सालों में निर्भया की मां का संघर्ष देखा है । हालांकि न्याय पाने में समय लगा लेकिन आखिरकार न्याय हुआ। यह लोगों को भी संदेश है कि वे आप कानून से भाग सकते हैं लेकिन आप हमेशा के लिए इससे बच नहीं सकते । मुझे खुशी है कि न्याय हुआ। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आज के दिन दिल की गहराइयों से स्वागत करती हूं कि आखिरकार निर्भया को न्याय मिला। दोषियों को फांसी हर अपराधी को यह संदेश है कि एक न एक दिन कानून आपको पकड़ लेगा।’’ वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा निर्भया मामले के जरिए आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) और सीआरपीसी (दंड प्रक्रिया संहिता) में सभी खामियों का खुलासा किया गया। ऐसे मामलों में त्वरित सजा मिलनी चाहिए। इसलिए भारत सरकार आईपीसी और सीआरपीसी में कुछ बदलाव लाना चाहती है।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज न्यायपालिका, सरकार, नागरिक समाज द्वारा प्रतिबिंबित करने का दिन है कि 7 साल की सजा में देरी के बावजूद दोषियों को मृत्युदंड की सजा मिली। हालांकि उन्होंने कहा काश यह पहले हो पाता।
बता दें कि 16 दिसंबर 2012 में दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में चलती बस में 23 वर्षीय पैरा-मेडिकल छात्रा के साथ छह लोगों ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए सामूहिक दुष्कर्म किया था। बुरी तरह घायल छात्रा को सड़क किनारे फेंक दिया गया था। कई दिनों तक चले इलाज के बाद छात्रा की सिंगापुर में मौत हो गई थी।