प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस (UN World Geospatial International Congress) में बोलते हुए कहा कि भारत दुनिया के शीर्ष स्टार्टअप हब में से एक है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट ने हमें ये सिखाया है कि सभी को साथ लेकर चलने के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम अंत्योदय के विजन पर काम कर रहे हैं, जिसका अर्थ मिशन मोड में अंतिम छोर पर अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाना है। एक संकट के दौरान एक दूसरे की मदद करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा एक संस्थागत दृष्टिकोण की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक संगठन हर क्षेत्र में संसाधनों को अंतिम छोर तक ले जाने में नेतृत्व कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमें सिखाया कि सभी को साथ लेकर चलने के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए। विकासशील दुनिया में अरबों लोगों को निदान, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, टीके और बहुत कुछ की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि विकास के क्षेत्र में कोई भी गांव छूटना नहीं चाहिए। यह एक ऐसा विषय है जिसे बीते कुछ सालों में भारत द्वारा उठाए गए कदमों के रूप में देखा जाता है।
भारत की विकास यात्रा के दो महत्पूर्ण स्तंभ 'तकनीक और प्रतिभा'
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक महान नवीन भावना वाला एक युवा राष्ट्र है। भारत दुनिया के शीर्ष स्टार्टअप हब में से एक है। 2021 के बाद से, हमने यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है। भारत की विकास यात्रा के दो स्तंभ महत्पूर्ण है जोकि तकनीक और प्रतिभा हैं। तकनीक परिवर्तन का आधार है।
पीएम मोदी ने कहा कि पीएम-स्वामित्व योजना इस बात का उदाहरण है कि कैसे डिजिटलीकरण से लोगों को फायदा होता है। हम गांवों में संपत्तियों का नक्शा बनाने के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं, और इसका उपयोग कर ग्रामीणों को उनके संपत्ति कार्ड मिल रहे हैं।