उन्नाव रेप के आरोपी और उत्तर प्रदेश के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके साथी शशि सिंह को पांच अगस्त को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया जाएगा। दोनों को यहां जिला न्यायाधीश दिनेश शर्मा द्वारा जारी आदेश के अनुसार अदालत में पेश किया जाएगा। अदालत ने इस मामले में एक अन्य आरोपी के खिलाफ छह अगस्त के लिए पेशी वारंट भी जारी किया है।
बता दें कि रायबरेली में हाल में हुए हादसे के मामले में हत्या के आरोपी बनाए गए उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को रविवार को सीबीआई की रिमांड पर सीतापुर जेल से दिल्ली रवाना किया गया। जेल के सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा गत 1 अगस्त को दिए गए आदेश के क्रम में सीबीआई ने सेंगर को रिमांड पर लिया है और आज यानि सोमवार को उन्हें दिल्ली की तीस हजारी अदालत में पेश किया जाएगा।
राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया : कुलदीप
कुलदीप सिंह सेंगर ने दिल्ली ले जाए जाते वक्त जेल के वाहन के अंदर बैठकर बाहर खड़े संवाददाताओं से खुद को बेकसूर बताया और अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें भगवान पर भरोसा है और उच्चतम न्यायालय तथा सीबीआई पर भी विश्वास है।
कुलदीप सेंगर ने खुद पर लगे आरोपों के बारे में कहा कि इल्जाम लगाना बहुत आसान है लेकिन सिद्ध करना नहीं। आप मेरे घर जाएं और देखें मैंने किस तरह से समाज के गरीब और कमजोर लोगों की मदद की है। हाल में भाजपा से निष्कासित किए गए सेंगर ने कहा कि वह भगवान से दुआ करते हैं कि उन पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवती जल्द ही स्वस्थ हो जाए।
मालूम हो कि सेंगर पर करीब 2 साल पहले उन्नाव की एक लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में कुलदीप सिंह सेंगर सीतापुर जेल में बंद हैं। वही, इल्जाम लगाने वाली युवती और उसके परिजन की कार को रायबरेली जाते वक्त एक ट्रक ने एक संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में युवती की चाची और मौसी की मौत हो गई थी जबकि वह खुद और उसके वकील महेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वे दोनों इस वक्त लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित ट्रामा सेंटर में मौत से जूझ रहे हैं।
इस मामले में सेंगर समेत 10 नामजद तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ ने गत 1 अगस्त को इस मामले को दिल्ली की तीस हजारी अदालत में स्थानांतरित करने के आदेश दिए थे।