नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव के लिए सरगर्मी तेज हो गई है। पूर्व के अनुभवों को देखते हुए चुनाव में क्रासवोटिंग की आशंका भी बनी है। शुक्रवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतयी जनता पार्टी और सपा-बसपा के बीच महज एक सीट को लेकर प्रतिष्ठा की लड़ाई है। उत्तर प्रदेश के कोटे में राज्यसभा के लिए पूरे दस सीटें हैं, मगर एक सीट पर वोटों के समीकरण कुछ इस तरह है कि बीजेपी, सपा-बसपा इसे जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। माना जा रहा है कि इस एक सीट पर बीजेपी के अनिल अग्रवाल और बसपा के उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल सकती है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के मैदान में कुल 11 उम्मीदवार हैं।
एक सीट का समीकरण कुछ इस तरह से बना है, जिसकी वजह से यह चुनाव भी काफी रोचक हो गया है। राज्यसभा की इन 10 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में बीजेपी की 8 सीट पक्की है, वहीं सपा की नौंवीं सीट पक्की है, जहां से जया बच्चन का जीतना पूरी तरह तय है। मगर जो दसवीं सीट है, महाभारत उसी के लिए है और यहां बीजेपी के अनिल अग्रवाल और बसपा के भीमराव अंबेडकर में खिताबी मुकाबला है। दसवीं सीट के लिए बसपा की ओर से भीमराव अंबेडकर को सपा का समर्थन प्राप्त है।
मायावती आज विधायकों के साथ बैठक करेंगी
बहुजन समाज पार्टी के सभी विधायकों को बुधवार को ही लखनऊ बुला लिया गया है। बसपा प्रमुख मायावती गुरुवार को विधायकों को रात्रिभोज देंगी। वह इसके पहले विधायकों के साथ बैठक कर राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगी। बसपा के कुल 19 विधायक हैं।
मायावती आज को विधायकों के साथ शाम 7 बजे से बैठक करेंगी। इसमें वह राज्यसभा चुनाव के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश देंगी। उन्होंने विधायकों को रात्रिभोज भी दिया है। बसपा ने भीमराव अंबेडकर को राज्यसभा चुनाव में उतारा है। बसपा उम्मीदवार को सपा और कांग्रेस के विधायक भी वोट देंगे। बसपा उम्मीदवार को जिताने के लिए अतिरिक्त वोटों का जुगाड़ किया जा रहा है।
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