आज और कल आयोजित हो होने वाली लोक सेवा आयोग (PSC) की यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल की तैयारी कराने वाले गिरहो का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा 41, 520 पदों पर 56 जिलों में आयोजित हो रही है।करीब 22.67 लाख अभ्यर्थी 56 जिलों में बने 860 परीक्षा केंद्र में दो पालियों में लिखित परीक्षा देंगे। गिरफ्तार किए गए लोगों की पास से परीक्षा के दौरान नकल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्पाई माइक समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद की गई है।
इलाहाबाद के एसएसपी नितिन तिवारी ने गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि तीनों कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल की तैयारी कर रहे थे। जांच में पता लगा है कि इनमें से एक व्यक्ति परीक्षा में बैठता था और वह क्वेश्चन पेपर (प्रश्नपत्र) मिलने के बाद तत्काल इसकी फोटो खींचकर बाहर बैठे सॉल्वर को भेज देता था। इसके बाद सॉल्वर स्पाई माइक के जरिये प्रश्नों का जवाब बताता था। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ये एक अभ्यर्थी से 5 लाख रुपये तक वसूल करते थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में मनीष कुमार यादव, अजय कुमार यादव और गैंग के एजेंट फूलचंद्र पटेल शामिल है।
हालांकि कोचिंग संचालक राधेश्याम पांडेय, देवकी नंदन वर्मा व शिक्षक सुधीर यादव फरार हैं। कोचिंग संचालक गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। यह परीक्षा पुलिस महकमे में लंबे समय से खाली पड़े 41 हजार से ज्यादा पदों को भरने के लिए आयोजित की जा रही है। इस बार परीक्षा में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। नकलचियों पर लगाम लगाने और पारदर्शिता के लिए प्रत्येक केंद्र पर एक-एक इंस्पेक्टर ऑब्जर्वर के रूप में तैनात किया है और इंस्पेक्टर की निगरानी में ही ओएमआर शीट का लिफाफा खुलेगा। इसके अलावा एक सब इंस्पेक्टर परीक्षा कक्षों का दौरा करेगा और दूसरा सब इंस्पेक्टर गेट पर तैनात रहेगा।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।