उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने आज (मंगलवार) को आयोजित होने वाली हिंदी परीक्षा का पेपर रद्द कर दिया है। आयोग की ओर से यह फैसला एक परीक्षा केंद्र पर गलत पेपर बांटने की वजह से लिया गया। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद के एक परीक्षा केंद्र पर हिंदी के पेपर के स्थान पर निबंध का पेपर बांट दिया गया, जिसके बाद परीक्षार्थियों ने इसका विरोध किया। अब आयोग ने परीक्षार्थियों के बहिष्कार को लेकर आज की दोनों परियों के पेपर जारी कर दिए हैं।
वहीं आयोग का कहना है कि जिन विषयों के पेपर रद्द किए गए हैं। उन परीक्षाओं के रि-एग्जाम की तारीख जल्द ही जारी कर दी जाएगी और अन्य शेष परीक्षाओं का आयोजन तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार जिस परीक्षा केंद्र पर गलत पेपर बांटे गए थे, वहां परीक्षार्थियों से हिंदी के पेपर के स्थान पर निबंध का पेपर लिखने का दबाव भी बनाया गया, जबकि अन्य परीक्षा केंद्रों पर सुचारु रुप से परीक्षा का आयोजन किया गया।
सुप्रीम कोर्ट में भी था इस परीक्षा का मामला
बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने 18 जून से आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की मेंस परीक्षा पर रोक लगाने से इनकार किया था। वहीं इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट ने मेंस परीक्षा की आंसर शीट के पुनर्मूल्यांकन के इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को भी खारिज कर दिया था। दरअसल छात्रों के प्री परीक्षा में कुछ प्रश्नों के उत्तर गलत होने के आरोपों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुनर्मूल्यांकन के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं पर सवाल उठते रहे हैं। 2013 से 2015 की भर्तियों की सीबीआई जांच चल रही है और इसी बीच पेपर लीक जैसे भी कई आरोप आयोग की परीक्षाओं पर लगे हैं।
अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।