अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बुधवार को मुलाकात करके द्विपक्षीय मसलों पर बातचीत की। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर सार्थक बातचीत हुई। पीएम मोदी के दोबारा सत्ता की बागडोर संभालने के बाद यह उनकी पहली हाई प्रोफाइल बैठक है।
माइक पोम्पियो भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार रात यहां पहुंचे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के भारी बहुत से दोबारा सत्ता में आने को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विशेष सम्मान की नजर से देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि देश के तेज विकास के लिए भारत साहसी कमद उठा सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया,‘‘हमारी रणनीतिक साझेदारी को और प्रगाढ़ करने के लिए मिल कर काम कर रहे हैं। मंत्री पोम्पिओ ने भारत-अमेरिका संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चर्चा के लिए उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री ओसाका में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे।’’
गौरतलब है की अमेरिका ने अपने विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से अहम बैठक से पहले मजबूत द्विपक्षीय व्यापरिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन की दिली इच्छा है कि भारत, व्यापार अड़चनों को कम करे और निष्पक्ष एवं पारस्परिक कारोबार की तरफ बढ़े।
माइक पोम्पियो भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर कल रात यहां पहुंचे। अमेरिकी सरकार ने इस बीच बयान जारी करके कहा,‘‘ ट्रम्प प्रशासन यह सुनिश्चत करने की दिशा में काम कर रहा है कि भारत में काम कर रही अमेरिकी कंपनियों को वही सहूलियतें और अवसर मिले जो भारतीय कंपनियों को अमेरिका में मिल रही हैं।
अगर भारत व्यापारिक अड़चनों को कम करके निष्पक्ष और पारस्परिक कारोबारी रुख की तरफ बढ़ता है तो हमारे व्यापारिक संबंधों के भारी वृद्धि और उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियों, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं, के सृजन की असीम संभावनाएं हैं।’’
अमेरिकी सरकार ने इस बयान से यह साफ करने की कोशिश की है कि भारत के साथ व्यापार के पक्ष को लेकर उसका रुख बहुत सकारात्मक है और वह कारोबार और रूस के साथ हथियार समझौते को लेकर उपजे विवादों को खत्म करने का पक्षधर है।